मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षकों की भर्ती के लिए जल्द ही उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन करने के निर्देश दिए हैं। इसी आयोग के जरिये ही बेसिक, माध्यमिक, उच्च और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में योग्य शिक्षकों का चयन किया जाएगा। यही नहीं अब प्राथमिक तथा उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का आयोजन भी नए शिक्षा सेवा चयन आयोग के माध्यम से किया जाएगा।मुख्यमंत्री ने मंगलवार को लोकभवन में हुई उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि वर्तमान में बेसिक, माध्यमिक, उच्च और तकनीकी शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों के चयन के लिए अलग-अलग प्राधिकारी, बोर्ड व आयोग चल रहे हैं। ऐसे में भविष्य की जरूरतों को देखते हुए नीतिगत सुधारों के तहत शिक्षक चयन आयोगों को एकीकृत स्वरूप दिया जाना उचित होगा। इस आयोग द्वारा बेसिक, माध्यमिक या उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की सीधी भर्ती के लिए मार्गदर्शी सिद्धांत दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि नए आयोग के स्वरूप, अध्यक्ष व सदस्यों की अर्हता, आयोग की शक्तियों और कार्यों के संबंध में रूपरेखा तय करते हुए प्रस्ताव तैयार किया जाए।
आयोग की परीक्षाओं के लिए अप्रैल से ओटीआर अनिवार्य उप्र. लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने चयन के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) की सुविधा देने का निर्णय लिया है। आयोग की परीक्षाओं के लिए अप्रैल से ओटीआर अनिवार्य होगा। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। यह सुविधा संघ लोक सेवा आयोग से भी बेहतर होगी। क्योंकि यूपीपीएससी के ओटीआर में सारी जानकारियां शामिल हैं जो आवेदन के लिए आवश्यक होती हैं। इसलिए इसे संघ लोक सेवा आयोग से बेहतर संस्थागत प्रयास माना जा रहा है।दरअसल, पूर्व में कई अभ्यर्थी एक ही परीक्षा के लिए कई फॉर्म भरते थे जिससे गड़बड़ी की आशंका रहती थी। आरक्षण का अनुचित लाभ लेने के लिए कूटरचित तरीके से अलग-अलग जाति का उल्लेख करके आवेदन कर देते थे, जो अब मुमकिन नहीं होगा। पूर्व में ऑनलाइन आवेदन के संदर्भ में केंद्रीकृत डाटा बैंक नहीं था। अब ओटीआर से केंद्रीकृत डाटा होगा जिससे इस प्रकार की प्रवृत्तियों पर प्रभावी अंकुश लग सकेगा।
एक से अधिक ओटीआर तो निरस्त होगा आवेदनओटीआर के लिए वैध ई-मेल आईडी व मोबाइल नंबर जरूरी होगा, जिस पर ओटीआर संख्या भेजी जाएगी। भविष्य में जारी विज्ञापन में ई-मेल व मोबाइल नंबर पर भेजी गई ओटीपी से वैलिडेट करने पर ही आवेदनपत्र स्वीकार होगा। एक से अधिक ओटीआर एक से अधिक होने पर अभ्यर्थी का आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा।