लखनऊ, 6 नवंबर 2024, बुधवार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एक उच्चस्तरीय बैठक में चालू वित्तीय वर्ष में कर-करेत्तर राजस्व प्राप्तियों की समीक्षा की। उन्होंने जीएसटी, वैट, आबकारी, स्टाम्प एवं पंजीयन, परिवहन, भू-राजस्व और ऊर्जा विभागों में राजस्व संग्रह के लक्ष्य और उसके सापेक्ष प्राप्तियों का विवरण प्राप्त किया। मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं और इसका लाभ उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों को जवाबदेही तय करने और पोस्टिंग मेरिट के आधार पर करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी ने जीएसटी चोरी/अपवंचन की कोशिशों को रोकने के लिए सजगता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने विशेष अनुशासनिक इकाइयों और सचल दल इकाइयों की सक्रियता को बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके अलावा, मुख्यमंत्री योगी ने आबकारी विभाग को राजस्व बढ़ोत्तरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए कहा। उन्होंने अवैध मदिरा/कच्ची शराब बनाने और बेचने की गतिविधियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री योगी ने स्टाम्प एवं निबन्धन से जुड़े नियमों को सरल बनाने के लिए कहा। उन्होंने बिल्डर-बायर्स के बीच समस्याओं का समाधान तेजी से करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, मुख्यमंत्री योगी ने परिवहन विभाग को बिना परमिट/बिना फिटनेस के वाहनों पर सख्ती से रोक लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने अवैध खनन तथा ओवरलोडिंग की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कहा।
यूपी सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल, यूपी मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, ACS मुख्यमंत्री एसपी गोयल, UPPCL के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार, प्रमुख सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक एम देवराज भी बैठक मौजूद रहे।