अलीगढ़ में आम लोगों ने खुलकर चुनावी मुद्दों पर अपनी राय रखी। चाय पर चर्चा के दौरान ज्यादातर लोग सरकार के कामकाज से संतुष्ट दिखे, लेकिन उन्होंने कई समस्याएं भी गिना दीं। मांग किया कि इन समस्याओं को अगर समय रहते सरकार दूर कर ले तो आम लोग परेशान नहीं होंगे। पढ़िए चाय पर चर्चा के दौरान आम लोगों ने क्या कहा?
विकास पर क्या बोले लोग?
होटल एसोसिएशन के महामंत्री विवेक बघाई ने कहा कि अलीगढ़ का माहौल पहले के मुकाबले काफी बेहतर हुआ है। हालांकि, जो भी प्रत्याशी चुनाव जीतकर जाता है, वो हमें भूल जाते हैं। मौजूदा समय विकास हो रहा है। जेवर एयरपोर्ट मिल गया। यूनिवर्सिटी मिल गई। डिफेंस कॉरिडोर मिल गया। लेकिन हमारी बातों को सुनने वाला कोई नहीं है।
कमल बघाई ने कहा कि पूरे शहर की सड़कें खराब हैं। चार साल से सड़कें खुदी हुई है, लेकिन कुछ काम नहीं हुआ। केवल कागजों पर ही विकास कार्य हो रहे हैं। हालांकि, मौजूदा सरकार ने गुंडागर्दी खत्म कर दी। पहले व्यापारियों और आम लोगों से वसूली होती थी, अब सब बंद हो गई है।
दीपक गर्ग ने कहा कि पहली बार बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य हो रहे हैं। स्मार्ट सिटी के तहत काफी पैसा आया है। इसके जरिए काफी तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं।
पंकज धीरज ने कहा कि विकास कार्य की प्लानिंग तो बहुत अच्छी है, लेकिन अभी धरातल पर कुछ नहीं है। शुद्ध पेयजल, सड़क व अन्य व्यवस्था अभी नहीं सुधरी है। सरकार की सोच बहुत अच्छी है, लेकिन अफसरशाही ने सब खराब कर रखा है। अफसर सरकार की नीतियों को पूरा नहीं करते हैं।
राजीव गुप्ता ने कहा कि पीने का पानी खराब आता है। पाइप लाइन अंग्रेजों के जमाने से पड़ी है। कई जगह पाइप टूट गए हैं। इसके चलते उसमें सीवर का पानी मिक्स हो जाता है। राज्य सरकार के काम से खुश हैं। सरकार विकास कार्यों के लिए आदेश तो देती है, लेकिन स्थानीय प्रशासन की निरंकुशता के चलते वो नहीं हो पाता है। यहां गंदगी बहुत ज्यादा है। साफ-सफाई सही से नहीं होती है।
मानव महाजन ने कहा कि शहर के संपूर्ण विकास के लिए सरकार ने स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट लाया। कोरोना के चलते दो साल पूरी तरह से बर्बाद हो गया। इस दौरान अफसरशाही हावी रही। कोरोनाकाल के बाद अचानक से पूरा शहर खोद डाला। इससे आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है। अलीगढ़ का जितना विकास होना चाहिए थो, वो अभी तक नहीं हुआ था। अब शहर का माहौल ठीक हो रहा है। गुंडागर्दी खत्म होने से यहां मल्टीनेशनल होटल्स आने लगे हैं।
शेयर ब्रोकर संजय ने कहा कि पूरा शहर गंदगी और जाम से परेशान है। अच्छी बात ये है कि यहां गुंडागर्दी खत्म हुई है। महंगाई भी मुद्दा होगी इस चुनाव में। एक अन्य व्यापारी ने सफाई व्यवस्था और पार्किंग का मुद्दा उठाया।
दिलीप कुमार ने कहा कि यहां नालियां साफ नहीं होती हैं। गंदगी काफी है।
एक अन्य लोग ने नगर निगम में कर्मचारी और अधिकारियों की कमी का मुद्दा उठाया। कहा कि भर्तियां नहीं हो रहीं हैं, जबकि शहर बढ़ता जा रहा है।
दुर्गेश कुमार शर्मा ने कहा कि प्राइवेट जॉब वाले की कोई नहीं सुनता है। नगर निगम में भ्रष्टाचार बहुत है। मेरे बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र के लिए बार-बार दौड़ाया जा रहा है।
नगर निगम के उपसभापति डॉ. मुकेश शर्मा ने कहा कि अगर लोग सही अधिकारी के पास जाकर अगर अपनी समस्या बताएंगे तो उनका काम जरूर होता है।
एक व्यक्ति ने कहा कि नगर निगम के कर्मचारी और अफसर अच्छे से बात नहीं करते हैं।
अखिलेश राघव ने कहा कि गंदगी के लिए जनता भी जिम्मेदार है। लोग सड़कों पर कूड़ा डाल देते हैं। भ्रष्टाचार रोकने के लिए भी आम लोगों को ही आगे आना होगा। अगर कोई पैसा मांगता है तो तुरंत बोलिए किस बात का पैसा दें?