प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या का विकास तो हो रहा है, लेकिन यहां के लोगों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। ये कहना है यहां के स्थानीय साधु-संतों और व्यापारियों का। बुधवार को ‘अमर उजाला’ का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ पहुंचा तो लोगों ने खुलकर अपनी बात रखी। ‘चाय पर चर्चा’ में स्थानीय साधु-संतों, व्यापारियों ने जहां समस्याएं गिनाईं, वहीं दूसरे जिलों और प्रदेश से आए श्रद्धालुओं ने सरकार की तारीफ की। पढ़िए किसने क्या कहा?
क्या-क्या विकास हुए?
स्थानीय नागरिक ब्रजमोहन तिवारी ने कहा कि पहले के मुकाबले अयोध्या काफी बदल चुका है। चारों तरफ सड़क बने हैं। हाईवे बने हैं। सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है। सौंदर्यीकरण के कार्य हुए हैं।
मनोज कुमार दुबे ने बताया कि अयोध्या अब काफी बदल गया है। यहां बहुत अच्छा लगता है। भाजपा नेता राधेश्याम चौधरी ने कहा कि यहां मंदिर बनने से पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इससे रोजगार के अवसर सृजित होंगे। कुमार अनिल बाबा ने कहा कि पहले के मुकाबले अयोध्या काफी बेहतर हुई है। यहां अब बहुत अच्छा लगता है। जिले में तेजी से विकास हो रहा है।
पर्यटकों ने क्या कहा?
बिहार से दर्शन करने पहुंचे विपुल कुमार ने कहा कि यहां आने पर बहुत अद्भुत लग रहा है। यहां के सारे घर मंदिर जैसे लग रहे हैं। काफी सुंदर है अयोध्या। राजू पांडेय ने कहा कि पहले के मुकाबले यहां अब काफी श्रद्धालु आते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने यहां का काफी विकास किया है।
साधु-संतों और व्यापारियों की क्या नाराजगी है?
महंत रामदास बाल योगी ने कहा कि अयोध्या में जिस तरह से विकास की उम्मीद थी अभी उतना नहीं हो पाया है। केवल 13-14 मंदिरों पर ही सरकार का फोकस है। सड़कों के किनारे का अतिक्रमण नहीं हट पाया है। एयरपोर्ट का काम भी अभी नहीं हो पाया है। भाजपा इतने समय से केवल राम मंदिर-मस्जिद के नाम पर वोट लेती रही है, लेकिन अब मौका आया तो कुछ नहीं किया। पिछली सरकार ने अयोध्या का काफी विकास किया था। पिछली सरकार ने यहां भजन संध्या बनवाया था। 27 चेंजिंग रूम और वातानुकूलित कॉम्पलैक्स बना। अंडरग्राउंड बिजली और सीवर का काम हुआ था।
दिलीप दास त्यागी ने कहा कि विकास केवल टीवी चैनलों, अखबारों में और नेताओं के भाषणबाजी में हुआ था। धरती की सबसे पुरानी नगरी अयोध्या है। इससे ज्यादा प्राचीन नगर पूरे विश्व में कहीं नहीं है। यहां मानवता का अवतार हुआ। जिस हिसाब से अयोध्या का विकास होना चाहिए, उस हिसाब से नहीं हुआ। अयोध्या में 60 महाविद्यालय हैं, फिर भी आचार्य की डिग्री लेने के लिए काशी जाना पड़ता है। यहां भी संस्कृत विश्विवद्यालय होना चाहिए। अयोध्या को सोने के भाव बेचने का काम किया जा रहा है। राम मंदिर के नाम पर बहुत ज्यादा घोटाले हुए हैं। यहां की प्राचीनता को बचाना चाहिए।
दीप नारायण साहनी ने व्यापारियों का मुद्दा उठाया। कहा कि अयोध्या में जो विकास हो रहे हैं वो कागजी हैं। यहां के एक हजार दुकानदार बर्बाद हो गए। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सड़क किनारे से जो व्यापारी हटाए जा रहे हैं, उनकी व्यवस्था होनी चाहिए।
विनीत कुमार ने कहा कि विकास तो हो रहा है, लेकिन अयोध्या की गरीब जनता काफी परेशान है। रोजगार खत्म हो रहा है। उनके लिए व्यवस्था होनी चाहिए। मंदिर बने, लेकिन हमारे भविष्य का भी ख्याल रखना चाहिए।
राजा महाराज ने कहा कि विकास होना चाहिए, लेकिन यहां के लोगों को ध्यान में रखते हुए। राजा महाराज ने कहा कि सरकार भाजपा की ही बननी चाहिए।