वाराणसी, 16 जून 2025, सोमवार: उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत सोमवार को वाराणसी में एक बड़े राहत अभियान का आयोजन किया गया। नवीन सर्किट हाउस सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंबेडकरनगर से वर्चुअली जुड़कर राज्य के 11,690 आश्रित परिवारों को ₹561.86 करोड़ की सहायता राशि वितरित की।
वाराणसी में इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश के स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने कहा,
“किसानों का कल्याण उत्तर प्रदेश की असली पहचान है। सरकार हर आपदा में किसानों और उनके परिवारों के साथ खड़ी है।” उन्होंने बताया कि इस योजना का दायरा अब और व्यापक हो चुका है। न केवल खातेदार किसान, बल्कि उनके आश्रित और भूमिहीन बटाईदार किसान भी अब इस योजना के लाभार्थी बन सकते हैं।
वाराणसी जिले के 96 कृषक परिवारों को इस अवसर पर ₹4.825 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। कुछ लाभार्थियों को मंच पर प्रतीकात्मक चेक भी सौंपे गए। सर्किट हाउस सभागार में लाइव प्रसारण देखने के लिए भारी संख्या में किसान, जनप्रतिनिधि और स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्रमुख उपस्थितियां:
डॉ. दयाशंकर मिश्रा ‘दयालु’, राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार); पूनम मौर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष; अशोक तिवारी, महापौर; हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी व जिलाध्यक्ष; डॉ. अवधेश सिंह, विधायक पिंडरा; सुनील पटेल, विधायक रोहनिया; सत्येन्द्र कुमार, जिलाधिकारी व जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और लाभार्थी मौजूद रहे।
योजना का उद्देश्य:
मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना का मुख्य लक्ष्य किसानों की असमय मृत्यु या दुर्घटना की स्थिति में उनके परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना किसान परिवारों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच की तरह काम कर रही है।
सरकार का संकल्प:
मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संदेश को दोहराते हुए कहा, “हर जरूरतमंद किसान परिवार तक मदद पहुंचेगी। यही उत्तर प्रदेश के न्याय और विकास का असली मॉडल है।” यह कार्यक्रम न केवल किसान परिवारों के लिए राहत का सबब बना, बल्कि सरकार के किसान कल्याण के प्रति समर्पण को भी उजागर किया। लाभार्थियों ने इस योजना की सराहना करते हुए सरकार के प्रयासों को ‘जीवन रक्षक’ करार दिया।