गोरखपुर, 3 नवंबर 2024, रविवार: गोरखपुर में छठ पूजा की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निकाय और ग्राम पंचायतें व्यवस्था में जुटी हैं। छठ घाटों की सफाई और वेदियों का निर्माण तेजी से हो रहा है। प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस के अधिकारी व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए अपनी स्तर से तैयारी में जुट गए हैं।
चार दिवसीय छठ महापर्व पांच नवंबर मंगलवार से नहाय-खाय के साथ प्रारंभ होगा। आठ नवंबर शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ देकर महिलाएं व्रत तोड़ेंगी। पर्व की तैयारियां घाटों की साफ-सफाई से लेकर वेदियों को बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है।
गोरखपुर के रामघाट, राप्ती नदी, आमी, गुर्रा, सरयू बड़हलगंज, रोहिनी सहित आदि स्थानों पर पोखरों, नहर समेत नदी घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं। घाटों की सफाई व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर तैयारियां पूरी की जा रही हैं।
छठ पूजा के पहले दिन यानी पांच नवंबर को नहाय खाय होगा। इस व्रत में साफ-सफाई का खास ख्याल रखना होता है, इसलिए नहाय खाय के दिन महिलाएं नहाने के बाद घर की साफ-सफाई करती हैं। छह नवंबर को महिलाएं खरना करेंगी। इस दिन व्रती महिलाएं गुड़ की खीर का प्रसाद बनाती हैं। उसे रात में ग्रहण करती हैं जिसके बाद इसे प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। इसके बाद से 36 घंटे का व्रत शुरू हो जाता है।
सात नवंबर को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। व्रती महिला और पुरुष नदी, तालाब या फिर घर में ही पानी में खड़े होकर अर्घ्य देते हैं। सूर्यास्त का समय शाम 5.10 बजे है। आठ नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद छठ पूजा का समापन होता है। फिर व्रत का पारण किया जाता है। सूर्योदय समय- सुबह 6.18 बजे है।