नई दिल्ली, 8 अप्रैल 2025, मंगलवार। कोयंबटूर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने 37 वर्षीय पादरी जॉन जेबराज के खिलाफ दो नाबालिग लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न का केस दर्ज किया है। जेबराज, जो क्रॉस कट रोड पर स्थित किंग जेनरेशन प्रेयर हॉल के पादरी हैं, पर यह गंभीर आरोप लगा है। यह घटना न केवल स्थानीय समुदाय के लिए बल्कि पादरी की छवि के लिए भी एक बड़ा झटका है, जो कथित तौर पर ईसाई मिशन और संगीत कार्यक्रमों के जरिए लोगों के बीच जाना-पहचाना नाम था।
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार, यह भयावह घटना 21 मई, 2024 को जॉन जेबराज के घर पर हुई। उस दिन 17 साल की एक लड़की अपनी 14 साल की सहेली के साथ वहां गई थी। रिपोर्ट्स बताती हैं कि इनमें से एक लड़की अनाथ है और उसे जेबराज के ससुर ने गोद लिया था, जबकि दूसरी उसकी दोस्त थी। हैरानी की बात यह है कि उस दिन दोनों लड़कियों को जेबराज के ससुर ने ही घर बुलाया था, जहां कथित तौर पर उनके साथ यौन उत्पीड़न हुआ।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़िता के परिवार वालों ने घटना के 11 महीने बाद पुलिस को सूचना दी। पीड़िताओं में से एक ने कोयंबटूर सेंट्रल के ऑल वूमेन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने बताया कि पादरी ने एक पार्टी के दौरान उनके साथ दुर्व्यवहार किया। सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता ने हाल ही में अपने एक रिश्तेदार को इस दर्दनाक अनुभव के बारे में बताया, जिसके बाद यह मामला पुलिस तक पहुंचा। इसके आधार पर पुलिस ने POCSO अधिनियम की धारा 9 (I) (m) और 10 के तहत केस दर्ज किया।
जॉन जेबराज किंग्स जेनरेशन चर्च के मुख्य पादरी होने के साथ-साथ लेवी मिनिस्ट्रीज नामक ईसाई मिशन से भी जुड़े थे। वह देश भर में संगीत कार्यक्रम आयोजित करते थे, जहां ईसाई भक्ति गीतों के जरिए लोगों को प्रभावित करते थे। लेकिन अब ये सारी छवि धूमिल हो चुकी है। पुलिस के अनुसार, यह कथित अपराध जीएन मिल्स क्षेत्र में हुआ। केस दर्ज होने के बाद से जेबराज फरार है और उसे पकड़ने के लिए जिला पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की है।
यह घटना समाज में विश्वास और नैतिकता के उन पहलुओं पर सवाल उठाती है, जो धार्मिक नेताओं से जुड़े होते हैं। पुलिस की तलाश जारी है, लेकिन जेबराज अभी तक कानून की पकड़ से बाहर है। इस मामले ने न केवल कोयंबटूर बल्कि पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है।