लखनऊ, 15 अप्रैल 2025, मंगलवार: उत्तर प्रदेश में मिशन रोजगार के तहत एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सहायक आचार्य भर्ती परीक्षा का आयोजन 16 और 17 अप्रैल को होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह परीक्षा न केवल निष्पक्ष और नकलविहीन होगी, बल्कि पारदर्शिता के नए मानक भी स्थापित करेगी। प्रदेश के 6 जनपदों—आगरा, मेरठ, प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी—के 52 केंद्रों पर आयोजित इस परीक्षा में 82,876 अभ्यर्थी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
परीक्षा की विशेष तैयारियां: सुरक्षा और गोपनीयता पर जोर
मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके लिए हर परीक्षा केंद्र पर सेक्टर और स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। सशस्त्र पुलिस बल की मौजूदगी और गोपनीय सामग्री की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम सुनिश्चित किए गए हैं। जिलाधिकारियों को आवश्यकतानुसार निषेधाज्ञा लागू करने की जिम्मेदारी दी गई है, ताकि परीक्षा का माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहे।
प्रयागराज बना अभ्यर्थियों का बड़ा केंद्र
परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या के लिहाज से प्रयागराज सबसे आगे है, जहां 18,240 उम्मीदवार भाग लेंगे। इसके बाद मेरठ (16,010), गोरखपुर (15,602), लखनऊ (13,528), वाराणसी (10,958) और आगरा (8,538) का नंबर आता है। केंद्रों की बात करें तो मेरठ, प्रयागराज और गोरखपुर में 10-10, लखनऊ में 9, वाराणसी में 7 और आगरा में 6 केंद्र बनाए गए हैं।
पारदर्शिता के साथ बदलेगी भर्ती की छवि
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विजन है कि भर्ती प्रक्रिया न केवल युवाओं को रोजगार दे, बल्कि उनकी मेहनत और प्रतिभा को भी सही मंच मिले। इसके लिए आयोग और प्रशासन मिलकर हर कदम पर नजर रख रहे हैं। आयोग के अध्यक्ष, नामित सदस्य, जनपदीय पर्यवेक्षक और केंद्र पर्यवेक्षक पूरी प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करेंगे। यह प्रयास न सिर्फ योग्य उम्मीदवारों को अवसर देगा, बल्कि भर्ती प्रक्रिया पर युवाओं का भरोसा भी मजबूत करेगा।
मिशन रोजगार: युवाओं के भविष्य की राह
सहायक आचार्य भर्ती परीक्षा उत्तर प्रदेश में मिशन रोजगार की दिशा में एक और ठोस कदम है। नकलविहीन और निष्पक्ष परीक्षाओं के जरिए सरकार न केवल रोजगार के अवसर सृजित कर रही है, बल्कि भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता को भी नए आयाम दे रही है। यह पहल युवाओं के सपनों को साकार करने और उनके भविष्य को संवारने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
आने वाले दिनों में यह परीक्षा न सिर्फ उम्मीदवारों के लिए एक अवसर होगी, बल्कि उत्तर प्रदेश की भर्ती प्रणाली के लिए एक मिसाल भी बनेगी।