नई दिल्ली, 25 मार्च 2025, मंगलवार। उत्तराखंड की पावन चार धाम यात्रा का आगाज इस बार पहले से कहीं अधिक भव्य और उत्साहजनक होने जा रहा है। हर तरफ तैयारियां जोरों पर हैं, और श्रद्धालुओं के बीच एक अलग ही जोश देखने को मिल रहा है। इस बार यात्रा पिछले वर्ष की तुलना में 10 दिन पहले, यानी 30 अप्रैल से शुरू हो रही है, जिससे यात्रियों को देवभूमि के दर्शन के लिए अधिक समय मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया दौरे और उनके ग्रैंड प्रमोशन ने इस यात्रा को एक नई ऊर्जा दी है, जिससे चार धाम का आकर्षण और भी बढ़ गया है।
पीएम का दौरा: बना जबरदस्त माहौल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 मार्च को उत्तराखंड के मुखवा और हर्षिल का दौरा किया। यह पहला मौका था जब यात्रा शुरू होने से ठीक पहले पीएम ने देवभूमि की धरती पर कदम रखा। उनका यह दौरा भले ही शीतकालीन चार धाम यात्रा के लिए था, लेकिन इसने गर्मियों की चार धाम यात्रा के लिए भी जबरदस्त माहौल तैयार कर दिया। पीएम ने न सिर्फ मां गंगा के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखवा की महिमा को देश के सामने रखा, बल्कि पिछले 10 सालों में चार धाम यात्रियों की बढ़ती संख्या का भी जिक्र किया। उनके इस प्रमोशन ने न केवल उत्तराखंड की आध्यात्मिक पहचान को मजबूत किया, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा दिया।
इस बार यात्रा का शेड्यूल
30 अप्रैल: गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे।
2 मई: केदारनाथ धाम में श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकेंगे।
4 मई: बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ यात्रा पूर्ण रूप से शुरू हो जाएगी।
इस बार यात्रा की अवधि पिछले साल की तुलना में लंबी होगी, जिससे श्रद्धालुओं को अधिक समय मिलेगा। पिछले साल 2024 में यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी और प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद 48 लाख से अधिक यात्री पहुंचे थे। वहीं, 2023 में 22 अप्रैल से शुरू हुई यात्रा में रिकॉर्ड 56 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। इस बार सरकार भीड़ प्रबंधन और सुविधाओं को लेकर पहले से तैयार है, ताकि हर यात्री को बेहतर अनुभव मिले।
देवभूमि की ओर बढ़ता विश्वास
उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस यात्रा को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से जुटे हुए हैं। धामी का कहना है, “प्रधानमंत्री जी ने चार धाम यात्रा का भरपूर प्रमोशन किया है। हम यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए संकल्पबद्ध हैं।” सरकार की तैयारियों और पीएम के प्रमोशन का असर साफ दिख रहा है। पंजीकरण के लिए श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह है और देश-दुनिया से लोग देवभूमि की ओर खिंचे चले आ रहे हैं।
क्यों खास है चार धाम यात्रा?
चार धाम यात्रा न सिर्फ आध्यात्मिक शांति का मार्ग है, बल्कि प्रकृति की गोद में बसे इन पवित्र स्थलों का सौंदर्य भी हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देता है। गंगोत्री-यमुनोत्री से लेकर केदारनाथ और बद्रीनाथ तक, हर धाम की अपनी महिमा और कहानी है। पीएम के दौरे और सरकार की कोशिशों ने इसे एक वैश्विक पहचान दी है।
तो तैयार हो जाइए, क्योंकि 30 अप्रैल से शुरू होने वाली यह यात्रा आपके लिए एक अनोखा अनुभव लेकर आ रही है। चार धाम की यह पावन यात्रा न सिर्फ आपकी आत्मा को शांति देगी, बल्कि देवभूमि के अनुपम सौंदर्य से भी रू-ब-रू कराएगी। आइए, इस बार चार धाम के दर्शन का संकल्प लें और इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनें!