एटा, 23 जून 2025: उत्तर प्रदेश के एटा जिले के ढकपुरा गांव में शनिवार रात एक दलित बारात को ठाकुरों की गली से निकलने से रोकने को लेकर भारी बवाल मच गया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब हमलावरों ने पुलिस पर भी पथराव किया, जिसमें एक सिपाही घायल हो गया। इस घटना ने क्षेत्र में तनाव पैदा कर दिया है, और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
अवागढ़ थाना क्षेत्र के ढकपुरा गांव में 21 जून की रात एक दलित परिवार की बेटी की शादी के लिए बारात पहुंची थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बारात के गांव में प्रवेश करते ही कुछ ठाकुरों ने रास्ता रोक लिया और कथित तौर पर जातिसूचक गालियां देते हुए धमकी दी कि “दलितों की बारात गांव से नहीं निकलने दी जाएगी।” पीड़ित परिवार की गुहार के बाद भी हमलावरों ने छतों से ईंट-पत्थर बरसाए, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
चंद्रशेखर आजाद ने अपने ‘एक्स’ पोस्ट में इस घटना को “जातंकवादी हमला” करार देते हुए पुलिस पर निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने के बजाय दलित परिवार के घरों में घुसकर बारातियों और महिलाओं पर लाठियां बरसाईं, दरवाजे तोड़े और अपमानित किया। आजाद ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
दूसरी ओर, अवागढ़ थाना प्रभारी अखिलेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित कर बारात को वैकल्पिक रास्ते से ले जाया गया और विवाह की सभी रस्में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुईं। दूल्हे के चाचा देवचरन ने भी पुलिस के सहयोग की सराहना की और कहा कि बेटी की विदाई सकुशल हो गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्याम नारायण सिंह ने पथराव में एक सिपाही के घायल होने की पुष्टि की और कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है। गांव में भारी पुलिस बल तैनात है और स्थिति नियंत्रण में है।
यह घटना एक बार फिर उत्तर प्रदेश में जातीय तनाव की गंभीर समस्या को उजागर करती है, जिस पर प्रशासन को ठोस कदम उठाने की जरूरत है।