वाराणसी, 21 मार्च 2025, शुक्रवार। वाराणसी में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां जिला जेल की डिप्टी जेलर मीना कन्नौजिया की बेटी नेहा शाह ने जेल अधीक्षक उमेश सिंह पर संगीन आरोप लगाते हुए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से शुक्रवार को मुलाकात की। नेहा ने अपनी मां के साथ हुए उत्पीड़न और शोषण का मुद्दा उठाया और उमेश सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की। शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मिलने पहुंची नेहा ने अपने वकील के साथ यह गुहार लगाई। हालांकि, सीपी ने इसे विभागीय जांच का मामला बताते हुए एप्लिकेशन को ACP कैंट विदुष सक्सेना के पास भेज दिया।
नेहा ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उनकी मां मीना कन्नौजिया को जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने न सिर्फ प्रताड़ित किया, बल्कि अश्लील इशारे और अभद्र टिप्पणियां भी कीं। नेहा के मुताबिक, उमेश सिंह ने उनकी मां पर बार-बार घर आने का दबाव बनाया और बंदी महिलाओं को यौन शोषण के लिए अपने पास भेजने की मांग की। जब मीना ने इसका विरोध किया, तो उन्हें करियर खत्म करने की धमकी दी गई। इतना ही नहीं, उनकी मां को जातिसूचक गालियां और अपमानजनक व्यवहार का शिकार बनाया गया।
इसके अलावा, नेहा ने उमेश सिंह को “खतरनाक” करार देते हुए दावा किया कि वह पहले भी एक अन्य उप जेलर, रतन प्रिया, के साथ ऐसा व्यवहार कर चुके हैं। नेहा के अनुसार, उमेश सिंह ने धमकी दी थी कि वह 2027 में चुनाव लड़कर जेल मंत्री बनेंगे और मीना को “उनकी औकात” दिखा देंगे। नेहा ने यह भी आरोप लगाया कि जेल में उमेश सिंह के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हो रहा है। जेल में पैसे लेकर मोबाइल फोन चलवाए जाते हैं और नशे का सामान बिकता है, जिसका एक वीडियो हाल ही में वायरल भी हुआ था। लेकिन उनके रसूख के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
19 मार्च को नेहा ने लालपुर-पांडेयपुर थाने में FIR के लिए आवेदन दिया था, जिसके बाद मामला अब पुलिस कमिश्नर तक पहुंचा। नेहा का कहना है कि उनकी मां इस भ्रष्टाचार और अत्याचार की गवाह हैं, लेकिन उमेश सिंह के दबाव के चलते उनकी आवाज दबाई जा रही है। पुलिस कमिश्नर ने विभागीय जांच का हवाला देते हुए तत्काल कार्रवाई से इनकार किया, जिससे यह मामला और पेचीदा हो गया है। अब सबकी नजरें ACP कैंट की जांच पर टिकी हैं कि क्या इस मामले में इंसाफ मिलेगा या यह आरोपों का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा।