लखनऊ, 15 जुलाई 2025: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के भाई प्रतीक यादव ने रंगदारी, धोखाधड़ी और धमकी देने के मामले में गौतमपल्ली थाने में एक रियल एस्टेट कारोबारी परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। प्रतीक ने चिनहट के पूर्वांचल सिटी निवासी कृष्णानंद पांडेय, उनकी पत्नी वंदना पांडेय और पिता अशोक पांडेय पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
प्रतीक यादव ने शिकायत में कहा है कि कृष्णानंद पांडेय ने व्यापार में निवेश के नाम पर उनसे लाखों रुपये लिए। जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने उन्हें पॉक्सो एक्ट में फंसाने और फर्जी ऑडियो वायरल करने की धमकी दी। इतना ही नहीं, चार करोड़ रुपये की रंगदारी भी मांगी गई।
जानकारी के मुताबिक, प्रतीक और कृष्णानंद की मुलाकात 2011-12 में हुई थी। इसके बाद एक कंपनी बनाई गई, जिसमें प्रतीक को प्रमोटर बनाया गया और उनसे समय-समय पर निवेश कराया गया। प्रतीक के बीमार पड़ने और पारिवारिक संकट के दौरान आरोपियों ने उनके भरोसे और संपर्कों का कथित तौर पर दुरुपयोग किया।
गौतमपल्ली थाने के इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि धोखाधड़ी, रंगदारी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों से जल्द पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
इस घटना ने लखनऊ के राजनीतिक और व्यापारिक हलकों में हलचल मचा दी है। प्रतीक यादव के इस कदम के बाद मामले में और खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।