पंजाब में किसानों द्वारा पराली जलाना बदस्तूर जारी है। जिसके चलते वायु प्रदूषण में कोई सुधार नहीं है। इसी बीच सोमवार को बठिंडा का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।विज्ञापन
इस ऑडियो में गुरुद्वारे से अनाउंसमेंट कर किसानों को दोपहर साढे़ तीन बजे पराली जलाने के लिए कहा जा रहा है। साथ ही कहा जा रहा है कि अगर साढे़ तीन बजे से पहले पराली जलाई तो एसडीएम एक्शन लेंगे। ऑडियो सामने आने के बाद डीसी शौकत अहमद परे ने एसडीएम को जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार रामपुरा एरिया के एक गांव के गुरुद्वारे से पराली जलाने के बारे में ये अनाउंसमेंट करवाई जा रही है। गुरुद्वारे से अनाउंसमेंट का ऑडियो जैसे ही सोशल मीडिया के माध्यम से डीसी के पास पहुंचा तो उन्होंने जांच के लिए एसडीएम को आदेश जारी कर दिए।
डिप्टी कमिशनर शौकत अहमद परे ने बताया कि ऑडियो में कितनी सच्चाई है, उसकी जांच के लिए एसडीएम को आदेश दिए गए है। प्राथमिक जांच में सामने आ रहा कि किसी शरारती तत्व द्वारा ऑडियो को वायरल किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच की जा रही है कि यह ऑडियो किस गांव के गुरुद्वारे का है।
पंजाब 740 जगह जली पराली
पंजाब में रविवार को बीते दो सालों की अपेक्षा ज्यादा पराली जली और 740 नए मामले रिपोर्ट हुए। साल 2021 में 19 नवंबर को पराली जलाने के 448 व 2022 में 426 मामले सामने आए थे। इस सीजन में कुल मामलों संख्या 34459 हो गई है। उधर, पंजाब के प्रमुख शहरों के एक्यूआई में सुधार नहीं है। रविवार को भी आबो-हवा खराब श्रेणी में ही रही।
पंजाब में रविवार को पराली जलाने के सबसे अधिक 127 मामले जिला मोगा से सामने आए। वहीं, 151 जिला फाजिल्का से, 100 फिरोजपुर, 68 फरीदकोट, 55 बठिंडा, 46 बरानाला, 57 मुक्तसर, 28 संगरूर, 12 पटियाला और 15 जालंधर से रिपोर्ट हुए। साल 2021 में इस समय तक पराली जलाने के कुल 70428 और साल 2022 में 48915 मामले रिपोर्ट हुए थे। रविवार को बठिंडा का सबसे अधिक 296 एक्यूआई स्तर रहा। वहीं, लुधियाना का 237, मंडी गोबिंदगढ़ का 247, पटियाला का 229, अमृतसर का 212, जालंधर का 200 और खन्ना का एक्यूआई 174 दर्ज किया गया।