इटावा, 24 जून 2025: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र के दान्दरपुर गांव में एक कथावाचक और उनके सहायकों के साथ जातिगत दुर्व्यवहार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पीड़ित की चोटी काटे जाने, मूत्र छिड़कने और जबरन पैर छुआने की दिल दहलाने वाली घटना दिख रही है। इस घटना ने समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव का गुस्सा भड़का दिया है, जिन्होंने तीन दिन में कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत कुमार यादव दान्दरपुर गांव में भागवत कथा आयोजित करने पहुंचे थे। आरोप है कि कथा के दौरान कुछ लोगों ने उनकी जाति पूछी और पीडीए समुदाय से होने की बात सामने आने पर उन्हें फर्जी कथावाचक बताकर बंधक बना लिया। इसके बाद उनके साथ मारपीट की गई, चोटी और बाल काटे गए, हारमोनियम तोड़ा गया, और अमानवीय व्यवहार करते हुए मूत्र छिड़कने और एक महिला के पैर छुआने का दबाव डाला गया।
अखिलेश का तीखा प्रहार
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना को सामाजिक अन्याय का प्रतीक बताते हुए ‘X’ पर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने लिखा, “इटावा के बकेवर क्षेत्र में कथावाचक और उनके सहायकों के साथ जातिगत आधार पर अभद्र व्यवहार किया गया। नाक रगड़वाना, बाल कटवाना और इलाके की तथाकथित शुद्धि करवाना घोर अपमानजनक है।” उन्होंने प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कार्रवाई न हुई तो सपा सड़कों पर उतरेगी।
पुलिस ने शुरू की जांच
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की अगुवाई में एक जांच टीम गठित की गई है, जो मामले की तह तक जाएगी। पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पीड़ितों से कुछ रुपये भी छीने हैं। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
सोशल मीडिया पर उबाल
वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया है, जहां लोग इस अमानवीय कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा कर रहे हैं। यह घटना न केवल जातिगत भेदभाव की कड़वी सच्चाई को उजागर करती है, बल्कि सामाजिक न्याय और समानता की मांग को भी तेज करती है।