वाराणसी, 22 नवंबर 2024, शुक्रवार। वाराणसी में बढ़ते प्रदूषण के चलते नगर निगम ने शुक्रवार को वाटर स्प्रिंकलर वाहन लेकर निकलकर शहर की आबोहवा सुधारने का प्रयास किया। बनारस में धुंध और वाहनों के बढ़ते दबाव के चलते शहर में सांस लेना दूभर हो गया है। महापौर अशोक तिवारी ने गुरुवार रात बैठक कर अधिकारियों को शहर में वाटर स्प्रिंकलर से छिड़काव के आदेश दिये। नगर आयुक्त अक्षत वर्मा के निर्देश पर नगर निगम के तीन वाटर स्प्रिंकलर वैन निकले। नगर निगम ने पहले दिन रवीन्द्रपुरी, मलदहिया, मैदागिन कचहरी समेत क्षेत्रों में छिड़काव कराया गया। इस प्रयास से शहर की आबोहवा में सुधार होने की उम्मीद है। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि वाटर स्प्रिंकलर वाहनों के माध्यम से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में छिड़काव किया जाएगा। इससे शहर की आबोहवा में सुधार होने की उम्मीद है।
वाराणसी की हवा में जहर, शहरवासियों की सेहत पर बुरा प्रभाव
वाराणसी में हवा की गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है। पिछले 72 घंटों से शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स यलो जोन में बना हुआ है, जो कि स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। शुक्रवार को सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स 125 दर्ज किया गया, जबकि रात नौ बजे एक्यूआई 113 रहा। यह दर्शाता है कि शहर की हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। शहर में सबसे अधिक प्रदूषित इलाका अर्दली बाजार रहा, जबकि सबसे साफ इलाका बीएचयू का रहा। यहां के निवासियों ने बताया कि वे सांस लेने में परेशानी का सामना कर रहे हैं और उनकी सेहत पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। वाराणसी के निवासियों ने सरकार से अपील की है कि वे शहर की हवा की गुणवत्ता सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाएं।