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Friday, March 29, 2024

ब्राजील में राष्ट्रपति की आपत्तियों के बावजूद बच्चों के टीकाकरण को मंजूरी दी गई

दुनियाभर में रोज संक्रमण के लाखों मामले फिर सामने आने के  बाद कई देशों ने कोविड-19 रोधी टीकाकरण तेज कर दिया है। ब्राजील में तो राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो की आपत्तियों के बावजूद बच्चों के टीकाकरण को मंजूरी दे दी गई। शुक्रवार से ब्राजील में पांच से 11 साल तक के बच्चों को टीके देने की शुरुआत हो गई।

साओ पाउलो के एक अस्पताल में राज्य के गवर्नर जोआओ डोरिया की उपस्थिति में बच्चों का टीकाकरण शुरू हुआ। पहला टीका आठ साल के डेवी सेरेम्रामिवे जावंत को लगा। यह भी उल्लेखनीय है कि ब्राजील में वयस्कों के टीकाकरण अभियान की शुरुआत भी जनवरी 2021 में साओ पाउलो में ही हुई थी।

ब्राजील के अन्विसा हेल्थ प्राधिकारियों ने एक माह पहले टीकाकरण के लिए बच्चों के नए आयु समूह का एलान किया था। ब्राजील के 2 करोड़ से ज्यादा बच्चे फाइजर-बायोनटेक वैक्सीन के पात्र है। यदि उनके माता-पिता चाहें तो वे टीके लगवा सकते हैं। देश के लोगों व बीमार बच्चों को टीकाकरण अभियान में प्राथमिकता दी जा रही है।

राष्ट्रपति बोल्सोनारो टीकाकरण की लगातार आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने बच्चों के टीकाकरण का भी विरोध कर रहे हैं। अब उन्होंने कहा है कि वह अपनी 11 साल की बेटी को टीका नहीं लगवाएंगे। बोल्सोनारो शुरुआत से ही वैक्सीन के खिलाफ रहे हैं। कुछ महीने पहले अमेरिका के एक रेस्टोरेंट ने उन्हें सिर्फ इसलिए एंट्री नहीं दी थी, क्योंकि उनके पास वैक्सीन सर्टिफिकेट नहीं था। इस पर उनका कहना था कि उन्हें वैक्सीन की जरूरत नहीं है, उनकी इम्युनिटी कोरोना से लड़ने के लिए मजबूत है।

राष्ट्रपति ने बच्चों के टीकाकरण को मंजूरी देने वालों के नाम भी मांगे हैं। उधर, अन्विसा के अधिकारियों ने राष्ट्रपति के इस बयान को फासीवादी बताया है। प्राधिकरण ने अपने स्टाफ को खतरे को देखते हुए सुरक्षा की मांग की है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में अब तक कोविड से 6.20 लाख मौतें हो चुकी हैं। मृतकों में 300 बच्चे हैं। नवंबर में ओमिक्रॉन वैरिएंट सामने आने के बाद से नए सिरे से महामारी फैल रही है। गुरुवार को दैनिक मामले बढ़कर 1 लाख तक पहुंच गए, जो कि दो सप्ताह पहले मात्र 6000 थे।

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Anita Choudhary is a freelance journalist. Writing articles for many organizations both in Hindi and English on different political and social issues

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