आगरा, 5 जून 2025, गुरुवार: आगरा के एत्मादपुर थाना क्षेत्र के मोहल्ला शेखान में एक ऐसी खबर सामने आई, जिसने सबके होश उड़ा दिए! 17 मार्च को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर तीन घरों पर धमाकेदार छापेमारी की, और जो खुलासा हुआ, वो किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं था। ब्रांडेड देसी घी के नाम पर चल रहा था गोमांस और चर्बी का काला खेल!
पुलिस ने बबलू और फरमान के घरों पर दबिश दी, जहां 275 किलो मांस और 82 टिन में भरी 1230 किलो चर्बी बरामद हुई। साथ ही, एक स्कूटी, 11 कट्टे मांस, चाकू, तराजू, और पशुओं की खाल भी मिली। जांच में सनसनीखेज खुलासा हुआ कि बरामद मांस गोमांस था, और चर्बी का इस्तेमाल नकली घी बनाने में होने की आशंका थी। हां, आपने सही सुना—जो घी लोग बड़े चाव से खरीद रहे थे, वो शायद इस काले धंधे का हिस्सा था!
एसीपी पीयूष कांत राय ने बताया कि बरामद मांस और चर्बी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, और गोमांस की पुष्टि होने के बाद अब केस में गोकशी की धारा जोड़ी जाएगी। पहले इस मामले में उस्मान, वाहिद, विल्किस और समीर को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कम सजा वाली धारा के चलते उन्हें जमानत मिल गई थी। अब धारा बढ़ने के बाद इनकी मुश्किलें फिर से बढ़ सकती हैं।
मामले में साजिद, फरमान, साजिया, टिल्लू उर्फ आरिफ, राशिद, अबरार, नदीम, सलीम, गोविंदा, बबलू, कदीम और समीम जैसे कई नामजद आरोपी फरार हैं। पुलिस का कहना है कि चर्बी का इस्तेमाल साबुन बनाने में होने की बात सामने आई, लेकिन नकली घी की आशंका ने जांच को और गंभीर कर दिया है। एफएसडीए के अधिकारी भी इस काले धंधे की तह तक जाने में जुटे हैं।
मोहल्ला शेखान में इस अवैध पशु कटान के खुलासे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। लोग अब ये सोचकर परेशान हैं कि कहीं उनके रसोई में इस्तेमाल होने वाला “शुद्ध देसी घी” इस सनसनीखेज साजिश का हिस्सा तो नहीं! पुलिस की जांच जारी है, और जल्द ही इस काले कारोबार के और भी राज खुलने की उम्मीद है।