महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री की हत्या के बाद से मुंबई का माहौल गरमाया हुआ है । राजनीति अपने सहूलियत के हिसाब से अपनी अलग-अलग- अलग बिसात बिछा रही और मुस्लिम नेता इस्लाम का रोना रो रहे हैं । बता दें मृत बाबा सिद्दीक़ी की रविवार शाम 7 बजे नमाज़-ए-जनाज़ा की रस्म होगी और रात 8:30 बजे बड़े कब्रिस्तान में बाबा सिद्दीक़ी सुपुर्द-ए-खाक हो जाएँगे ।
बाबा सिद्दीक़ी की हत्या के बाद यह खुसूर-फ़ुसूर शुरू हो गई है कि बाबा की हत्या राजनीतिक है या बाबा सिद्दीकी को अंडरवर्ल्ड से उनके कथित रिश्तों के कारण मारा गया है । इन सब सवालों का जवाब पाने के लिए चलिए हम आपको बताते हैं कि बाबा सिद्दीकी कौन थे, जिनका दबदबा राजनीति से लेकर मुंबई के अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड तक चलता था । जिनके एक इशारे पर पूरा बॉलीवुड दौड़ा चला आता था और दाऊद भी सहम जाता था ।
बात की शुरुआत 2013 की एक घटना से करते हैं । साल 2013 में मुंबई में एक जमीन के टुकड़े को लेकर दाऊद इब्राहिम और बाबा सिद्दीक़ी के बीच लंबा गैंग वार चला था । यहाँ तक कि पहले छोटा शकील और बाद में दाऊद इब्राहिम ने बाबा सिद्दीकी को धमकी तक दे डाली थी । दरअसल ये विवाद एक ज़मीन के टुकड़े को लेकर जगी थी जिस पर बाबा सिद्दीक़ी और दाऊद इब्राहिम का बेहद करीबी अहमद लंगड़ा दोनों ही जमीन पर अपना दावा ठोक रहे थे । तब दाऊद इब्राहिम ने बाबा सिद्दीकी को फोन करके कहा था कि इस मामले से दूर हो जाओ बाबा सिद्दीकी ने इस मामले को लेकर पुलिस में मुकदमा तक दर्ज करवाया था जिसके बाद मुंबई पुलिस ने अहमद लगदा पर मकोका के तहत कार्रवाई भी की थी।
दरअसल दाऊद इब्राहिम और बाबा सिद्दीक़ी के बीच दुश्मनी से दोस्ती के रिश्ते की शुरुआत साल 2013 से शुरू हुई जब अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद ने फोन कर बाबा को धमकाते हुए कहा था कि, राम गोपाल वर्मा से बोलकर तुम्हारी फिल्म बनवा दूंगा, ‘एक था एमएलए’ और फिर इसके बाद दोस्ती का वो सिलसिला शुरू हुआ कि पुलिस बाबा सिद्दीक़ी को बॉलीवुड और दुबई बैठी अंडरवर्ल्ड की D-कंपनी के बीच बाबा सिद्दीक़ी को पूल मानती थी ।
बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच का पुल कहती थी पुलिस
सूत्रों के मुताबिक़ मुंबई पुलिस और ख़ुफ़िया एजेंसी फाइलों में बाबा सिद्दीकी को कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी मानती थी । इन फाइलों में बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड का कनेक्शन जोड़ने वाले पुल के तौर पर बाबा सिद्दीकी की पहचान हैं। दाऊद इब्राहिम से मिली एके-47 के कारण जेल गए बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त से भी बाबा सिद्दीकी की गहरी दोस्ती थी। हालांकि शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपी एक खबर में दाऊद द्वारा बाबा सिद्दीकी को साल 2013 में फोन पर धमकाए जाने का जिक्र किया गया था ।लेकिन सूत्रों की माने तो पुलिस फाइल में ये महज़ एक छोटी सी घटना है जिसकी वजह दाऊद का करीबी अहमद लंगड़ा और छोटा शकील था । पुलिस के अंदरखाने की खबरों की माने तो इस लड़ाई का हालाँकि पुलिस इसके दूसरे पहलू को भी मानती है कि दाऊद के साथ बढ़ते रिश्ते और ख़ुफ़िया एजेंसी की नज़रों में लगातार आने की वजह से दाऊद और बाबा सिद्दीक़ी का ये झगड़ा एक प्लांटेड स्टोरी थी जिसे झगड़े की घटना का रूप दिया गया ताकि बाबा पुलिस की नज़रों से बच सकें । बॉलीवुड में भी बाबा के नज़दीकी रिश्तों को अगर गहराई से देखें तो जो -जो चेहरे बाबा सिद्दीक़ी के बॉलीवुड पार्टी में नज़र आते थे उन सभी के रिश्ते कभी न कभी दाऊद और D -कंपनी से ज़रूर रहे हैं ।
ग़ौरतलब है कि बिहार के गोपालगंज का रहने वाला बाबा सिद्दीकी उर्फ बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी ने छात्र जीवन में ही राजनीति शुरू कर दी थी। उनके पिता बांद्रा में घड़ी ठीक करते थे । बाबा सिद्दीकी भी कॉलेज में पढ़ाई के साथ ही पिता के साथ बैठकर घड़ी ठीक करते थे। लेकिन एक घड़ी बनाने वाले बाबा सिद्दीक़ी आख़िर कैसे रातों -रात मुंबई में एक बड़े एम्पायर के मालिक बन गए ये राज आज तक किसी को नहीं पता ।
बाबा के राजनीतिक कैरियर की अगर बात करें तो MMK College में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने 1977 में कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI का दामन थामा था । 1980 में बांद्रा युवा कांग्रेस महासचिव बने और फिर 1982 में उन्हें अध्यक्ष बना दिया गया। इससे उनका नगर निगम में जाने का रास्ता खुला । दो बार नगर निगम पार्षद बने. इसके बाद कांग्रेस ने विधानसभा में भेजा । बांद्रा वेस्ट सीट से 1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायक रहे । इसके बाद उन्हें राज्य सरकार में 2004 से 2008 तक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए राज्य मंत्री बनाया गया । बाद में वे कांग्रेस का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ NCP में आ गए थे. बांद्रा वेस्ट सीट से इस समय उनके बेटे जीशान सिद्दीकी भी विधायक हैं ।