अजमेर, 1 मार्च 2025, शनिवार। ब्यावर जिले के बिजयनगर थाना क्षेत्र में पांच नाबालिग हिंदू लड़कियों के यौन शोषण के मामले ने अजमेर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन को जन्म दिया। शनिवार को हिंदू संगठनों ने एक विशाल विरोध रैली निकाली, जिसमें मामले की सीबीआई जांच की मांग की गई। इस दौरान अजमेर के बाजार बंद रहे और कलेक्ट्रेट के सामने धरना दिया गया।
रैली और धरने में अजमेर दक्षिण से भाजपा विधायक अनीता भदेल, अजमेर नगर निगम के उप महापौर नीरज जैन, विहिप और अन्य हिंदू संगठनों के कई नेता, बाजार संघ शामिल हुए। उन्होंने आरोप लगाया कि नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण किया गया और आरोपियों ने पीड़ितों का जबरन धर्म परिवर्तन करने का प्रयास किया। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
बीजेपी विधायक अनिता ने कहा कि एक समुदाय विशेष के आरोपियों ने नाबालिग हिन्दू लड़कियों को फंसाया, उनका यौन शोषण किया, ब्लैकमेल किया तथा उनका धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों ने शहर के एक कैफे के केबिन में न केवल छात्राओं का यौन शोषण किया, बल्कि उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए ब्लैकमेल भी किया। यदि पीड़िताएं धार्मिक क्रियाकलाप नहीं करती थीं, तो उन्हें प्रताड़ित किया जाता था। इस ब्लैकमेलिंग मामले में यह भी सामने आया है कि एक समुदाय विशेष के युवकों ने ‘लव जिहाद’ के नाम पर गिरोह बनाकर स्कूली छात्राओं को साजिश का शिकार बनाया। पहले उन्हें मोबाइल फोन का लालच देकर प्रेम जाल में फंसाया गया।
अजमेर नगर निगम के उप महापौर नीरज जैन ने कहा कि लड़कियों को ब्लैकमेल किया गया तथा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।आरोपी ने उन पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। उन्होंने कहा कि धार्मिक गतिविधियां करने से मना करने पर उनके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी भी दी गई। जैन ने कहा कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए और सभी आरोपियों के मोबाइल फोन की गहन जांच होनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि और कितने पीड़ित हैं।
पुलिस जांच अधिकारी शेर सिंह ने बताया कि गिरफ्तार दस आरोपियों में आठ मुस्लिम और दो कैफे संचालक हिंदू हैं। हिरासत में लिए गए तीन नाबालिग आरोपी भी मुस्लिम हैं। ये मामले ब्यावर के बिजयनगर थाने में दर्ज किए गए हैं।