कोलकाता, 2 दिसंबर 2024, सोमवार। पश्चिम बंगाल के हुगली जिले में एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड का मामला सामने आया है। इस मामले में अदालत ने 7 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। यह हत्याकांड एक प्रेम प्रसंग के कारण हुआ था। विष्णु माल नाम के एक युवक की हत्या कर उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए थे। यह हत्याकांड इतना बर्बर था कि लोगों को यह देखकर भी विश्वास नहीं हुआ था। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अदालत में सुनवाई के बाद, 7 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। यह सजा इस हत्याकांड के लिए जिम्मेदार लोगों को मिलनी चाहिए थी।
हुगली हत्याकांड: 7 दोषियों को फांसी की सजा, मुख्य आरोपी विशाल दास भी शामिल!
हुगली जिला अदालत ने एक दर्दनाक हत्याकांड में 7 अभियुक्तों को फांसी की सजा सुनाई है। यह हत्याकांड 2020 में हुआ था, जिसमें एक युवक विष्णु माल की हत्या कर उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए थे। मुख्य आरोपी विशाल दास को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए आसान नहीं था। जब पुलिस दक्षिण 24 परगना के जीवनतला इलाके में उसे पकड़ने पहुंची, तो आरोपी ने पुलिस पर हमला कर दिया था। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में तीन लोग घायल हो गए थे, लेकिन पुलिस विशाल को गिरफ्तार करने में कामयाब रही थी। न्यायाधीश शिब शंकर घोष ने सात दोषियों बिशाल दास, रामकृष्ण मंडल, रथिन सिंह, राजकुमार प्रमाणिक, रतन बापारी, बिनोद दास और बिप्लब विश्वास को मौत की सजा सुनाई। एक अन्य दोषी मंटू घोष को सात साल कैद की सजा सुनाई गई।
हुगली हत्याकांड: अदालत का ऐतिहासिक फैसला, 7 आरोपियों को मौत की सजा!
हुगली हत्याकांड में अदालत ने सात आरोपियों को मौत की सजा सुनाई है। सरकारी वकील बिभास चटर्जी ने बताया कि यह मामला लगभग साढ़े तीन साल तक चला, जिसमें अदालत ने आरोपियों को दोषी ठहराया। मृतक विष्णु माल की मां कुंती माल ने अदालत के फैसले पर संतोष जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि इससे न्याय पर उनका विश्वास बढ़ा है। यह फैसला न्याय की जीत के रूप में देखा जा रहा है।