वाराणसी, 2 जून 2025, सोमवार: वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाला हत्याकांड ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। गोलाघाट निवासी मुकेश चौहान की पुरानी रंजिश के चलते बेरहमी से पिटाई के बाद सोमवार को ट्रॉमा सेंटर में दम तोड़ने की खबर ने परिजनों और स्थानीय लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा दिया। आक्रोशित भीड़ ने रामनगर चौराहे पर चक्काजाम कर हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग उठाई, जिससे इलाके में तनाव का माहौल बन गया। पुलिस की लापरवाही सामने आने पर डीसीपी काशी गौरव बंसवाल ने दो दरोगा अमीर बहादुर सिंह और अंशु पाण्डेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर सख्त संदेश दिया।
10 मई की रात: शुरू हुआ खौफनाक खेल
मुकेश चौहान के भाई सूरज चौहान ने आंसुओं के बीच बताया कि 10 मई की रात 10 बजे मुकेश अपनी मां की दवा लेने घर से निकला था। भोर तक उसका कोई अता-पता नहीं चला। परिजनों ने सुबह तक उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। तभी किसी ने सूचना दी कि मुकेश गंभीर हालत में लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती है। वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे तुरंत ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। सूरज ने बताया, “ट्रॉमा सेंटर ने पहले भर्ती करने से मना कर दिया। मजबूरी में हम उसे डाफी के मैक्सवेल अस्पताल ले गए, लेकिन वहां खर्चा ज्यादा होने पर दोबारा ट्रॉमा सेंटर लाए। आज उसने आखिरी सांस ली।”
पुरानी दुश्मनी का खूनी अंजाम
सूरज के मुताबिक, मुकेश ने घायल अवस्था में बताया था कि नंदलाल यादव और उनके परिवार वालों ने पुरानी रंजिश के चलते उसे अकेला पाकर घेर लिया। लाठी और लोहे की रॉड से बेरहमी से पिटाई के बाद उसे झाड़ियों में फेंक दिया गया। इस क्रूर हमले ने मुकेश की जिंदगी छीन ली। सूरज ने गुस्से में कहा, “हत्यारों को फांसी मिले, यही हमारी मांग है।”
चक्काजाम से थम गया शहर
मुकेश की मौत की खबर जंगल की आग की तरह फैली। गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने रामनगर चौराहे पर चक्काजाम कर हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। नारेबाजी और प्रदर्शन से माहौल गर्म हो गया। थाना प्रभारी राजू सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जाम खुलवाने की कोशिश की। डीसीपी काशी गौरव बंसवाल और एसीपी अतुल अंजान त्रिपाठी ने परिजनों से बातचीत कर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने भी मौके पर पहुंचकर पुलिस को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए और परिजनों का दुख साझा किया।
पुलिस पर लापरवाही का इल्जाम, दो दरोगा निलंबित
मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आने पर डीसीपी काशी ने सख्त कदम उठाते हुए दो दरोगा अमीर बहादुर सिंह और अंशु पाण्डेय को तत्काल निलंबित कर दिया। थाना प्रभारी राजू सिंह ने बताया कि सूरज की तहरीर पर 15 मई को नंदलाल यादव और अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 110, 352 और 351(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। अब हत्या की धारा जोड़कर जांच को और तेज किया जाएगा।
इंसाफ की गुहार, गम में डूबा परिवार
मुकेश की मौत ने उसके परिवार को तोड़कर रख दिया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सड़कों पर गूंज रही उनकी पुकार अब पुलिस के लिए चुनौती बन चुकी है। क्या मुकेश को इंसाफ मिलेगा? यह सवाल वाराणसी की गलियों में गूंज रहा है। पुलिस ने हत्यारों को जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाने का वादा किया है, लेकिन जनता की निगाहें अब प्रशासन के अगले कदम पर टिकी हैं।