बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीज के शरीर पर फफोले पड़े हैं। तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ के साथ शरीर पर चकत्ते भी हैं। युवक का इलाज मेडिसिन और चर्म रोग विभाग के डॉक्टरों की संयुक्त टीमें कर रहीं हैं।
मरीज जिले के झंगहा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। 36 वर्षीय युवक हाल ही में दक्षिण अफ्रीकी देश से लौटा है। लौटने के बाद से बीमार है। परिजनों ने उसे शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। लक्षण के आधार पर उसे अलग वार्ड में आइसोलेट किया गया है।
मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ अमरेश सिंह ने बताया कि चर्म रोग और मेडिसिन विभाग से सूचना मिलने के बाद विभाग की टीम जांच के लिए मौके पर गई थी। मरीज के खून और लार के नमूने लिए हैं। मामले में शासन से स्पष्ट निर्देश है कि मंकीपॉक्स की जांच सिर्फ केजीएमयू में होगी। पूर्वी यूपी के लिए केजीएमयू नोडल सेंटर बनाया गया है। यही वजह है कि जांच के लिए नमूने केजीएमयू भेजे गए हैं। उम्मीद है कि एक-दो दिनों में रिपोर्ट मिल जाएगी।
मंकीपॉक्स के लक्षण
बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पीठ दर्द, सूजी हुई लसीका ग्रंथियां, ठंड लगना, थकावट, शरीर पर मटर के आकार या उससे थोड़ा छोटे दाने निकलना, शरीर पर दाने निकलने के बाद फफोला पड़ जाना, त्वचा का फटना, सांस का फूलना, खुजली होना, सुस्ती होना, बार-बार खांसी आना।
गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ गणेश कुमार ने कहा कि भर्ती मरीज का इलाज डॉक्टरों की टीम कर रही है। अब तक मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी डॉक्टरों की टीम मंकीपॉक्स प्रोटोकाल के अनुसार ही मरीज का इलाज कर रही है। मरीज का नमूना लेकर लखनऊ केजीएमयू भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही सही जानकारी हो सकेगी।