नई दिल्ली, 4 दिसंबर 2024, बुधवार। महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत के बाद से ही सीएम पद को लेकर कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन बीजेपी ने अपनी खामोशी से सभी को चौंका दिया। 23 नवंबर को चुनावी नतीजे आने के बाद से ही बीजेपी ने कछुआ चाल अपनाई और धीरे-धीरे अपने मकसद की ओर बढ़ती रही।
इस बीच, एकनाथ शिंदे को सीएम बनाने की मांग उठने लगी, लेकिन बीजेपी ने खामोशी से इस मांग को दरकिनार कर दिया। इसके बाद, अमित शाह ने दिल्ली में महायुति के नेताओं से मुलाकात की और सरकार गठन की दिशा में पहला कदम उठाया।
इसके बाद, बीजेपी ने अपने महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष के माध्यम से बयान जारी किया कि 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह होगा, लेकिन सीएम के नाम पर खामोशी बनी रही। इस बीच, एकनाथ शिंदे अचानक गांव चले गए और वहां बीमार हो गए, जिससे उनकी नाखुशी के कयास लगने लगे।
लेकिन बीजेपी ने अपनी खामोशी बनाए रखी और देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लगा दी। इस तरह, बीजेपी ने अपनी कछुआ चाल से महाराष्ट्र में अपना मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया और अपनी पार्टी के भीतर सभी क्षेत्रीय क्षत्रपों को यह मैसेज दिया कि बीजेपी में आलाकमान का मतलब क्या है? बीजेपी की इस कछुआ चाल ने महाराष्ट्र में सभी को चौंका दिया और यह साबित कर दिया कि बीजेपी अपने मकसद को प्राप्त करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है।