नई दिल्ली, 14 जनवरी 2025, मंगलवार। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा और अन्य नेताओं ने मंगलवार को एक संयुक्त प्रेसवार्ता में अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि माननीय न्यायालय के कहने के बाद भी अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू नहीं की, जो कि दिल्ली के नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि उड़ीसा सरकार ने अपने राज्य में आयुष्मान योजना लागू कर दी है, और अब सिर्फ दिल्ली और बंगाल को छोड़कर यह योजना 34 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में लागू हो चुकी है। यह दिखाता है कि अरविंद केजरीवाल की सरकार दिल्ली के नागरिकों के स्वास्थ्य के प्रति उदासीन है। इस प्रेसवार्ता में वीरेन्द्र सचदेवा, केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, योगेन्द्र चंदोलिया, बांसुरी स्वराज और प्रवीण खंडेलवाल शामिल थे। प्रेसवार्ता को मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने संचालित किया।
केजरीवाल और ममता पर बड़ा हमला: राजनीतिक सोच पर सवाल
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने उड़ीसा की जनता को विशेष रूप से बधाई दी क्योंकि उन्हें केन्द्र सरकार की आयुष्मान योजना का लाभ मिलना शुरू हो गया है। उड़ीसा की पिछली बीजेडी सरकार ने इस योजना को रोक लगाई थी, लेकिन अब यह योजना यहाँ लागू हो गई है। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि देश में सिर्फ दो राज्य, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार और दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार, आयुष्मान योजना को लागू नहीं कर रही हैं। इससे दिल्ली और बंगाल की जनता को नुकसान हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी दोनों ही सिर्फ अपने लिए जीते हैं और सिर्फ अपने बारे में ही सोचते हैं। यह उनकी राजनीतिक सोच को दर्शाता है।
कोर्ट में केजरीवाल सरकार का मुकरना : आयुष्मान योजना का लाभ दिल्ली की जनता को क्यों नहीं?
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है। भाजपा नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली के तत्कालीन वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया के 2020-21 भाषण का वीडियो दिखाया, जिसमें उन्होंने आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिल्ली के लोगों को दिलवाने की मंजूरी दी थी। लेकिन अब केजरीवाल सरकार इस योजना को लागू करने से मुकर रही है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल सरकार दिल्ली की जनता के हितों के खिलाफ काम कर रही है। दिल्ली के सातों सांसद ने कोर्ट में आयुष्मान योजना को लागू करने के लिए याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट में केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इसे रुकवाने की पूरी कोशिश की। कोर्ट ने दिल्ली सरकार से सवाल किया है कि जब केंद्र सरकार आयुष्मान योजना का लाभ दिल्ली की जनता को देना चाहती है, तो इसमें केजरीवाल सरकार को क्या तकलीफ है। यह मामला दिल्ली की जनता के लिए एक बड़ा मुद्दा बन गया है, क्योंकि आयुष्मान योजना के तहत गरीब और वंचित लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं।
केजरीवाल सरकार पर बड़ा आरोप: आयुष्मान योजना को लागू न करने के पीछे की सच्चाई क्या है?
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को सिर्फ तकलीफ इस बात से है कि वह प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना है। लेकिन दिल्ली में तो अरविंद केजरीवाल को सिर्फ नकली दवाईयां बेचनी है, उन्हें सिर्फ घोटाले करने हैं। सचदेवा ने कहा केजरीवाल का खेल अजीब है प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना दिल्ली के लिए खराब है लेकिन पंजाब में लागू है क्योंकि वहां चुनाव नहीं है। पीएम अभीम योजना के अंतर्गत दिल्ली के स्वास्थ्य सेवाओं को गति देने के लिए के लिए केन्द्र सरकार ने 2400 करोड़ रुपये देने की बात कही है लेकिन उसे भी केजरीवाल सरकार ने लागू नहीं किया।
केजरीवाल सरकार की बड़ी विफलता : “पीएम-अभीम योजना” को लागू करने में असफलता
बांसुरी स्वाराज ने कहा कि आयुष्मान योजना का दूसरा पहलू है “पीएम – अभीम योजना” यानि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन है जिसकी घोषणा फरवरी 2021 में की गई थी और अक्टूबर 2021 में लॉच किया गया था। इस योजना के तहत पैसा आवंटित किया जा रहा है ताकि हेल्थ स्ट्रक्चर में अपग्रेडेशन हो सके। दिल्ली के लिए 2406.77 करोड़ रुपये आवंटन किया गया। बांसुरी स्वराज ने कहा कि “पीएम-अभीम योजना” के अंतर्गत 1139 अर्बन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनने थे, 11 डिस्ट्रिक्ट इंटिग्रेटेड पल्बिक हेल्थ लैब, 9 क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स बनने थे, 950 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक्स बनने थे लेकिन यह दुर्भाग्य की बात है कि एम.ओ.यू. बना हुआ रखा है, साइन नही होता क्योंकि दिल्ली के विकास में अवरोध डालने के अलावा अरविंद केजरीवाल को और कुछ नहीं आता। हर योजना को राजनीति के चश्मे से देखना अरविंद केजरीवाल की नीति है लेकिन केजरीवाल के झूठे चेहरे का जवाब दिल्ली की जनता देगी।
आयुष्मान भारत योजना: दिल्ली में लागू नहीं होने की बड़ी वजह
बांसुरी स्वराज ने कहा कि आयुष्मान भारत केन्द्र सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जिसके दो पहलू हैं, एक है –आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जिसके तहत 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज परिवार को मिलता है, लेकिन दिल्ली में केजरीवाल ने यह लागू नहीं की गई है। बांसुरी स्वाराज ने कहा कि आयुष्मान योजना का दूसरा पहलू है “पीएम – अभीम योजना” यानि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन है जिसकी घोषणा फरवरी 2021 में की गई थी और अक्टूबर 2021 में लॉच किया गया था। इस योजना के तहत पैसा आवंटित किया जा रहा है ताकि हेल्थ स्ट्रक्चर में अपग्रेडेशन हो सके। दिल्ली के लिए 2406.77 करोड़ रुपये आवंटन किया गया है। माननीय दिल्ली हाई कोर्ट ने स्वयं संज्ञान लेते हुए 24 दिसम्बर को कोर्ट ने एक आदेश जारी किया जिसमें साफ लिखा हुआ था कि जब 33 राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशो ने एम.ओ.यू. साइन कर दिया है तो दिल्ली सरकार को क्या दिक्कत है और इसके लिए 5 जनवरी 2025 का समय निर्धारित किया गया था। स्वराज ने कहा की स्वास्थ्य विभाग के वकील ने कल कोर्ट में साफ कहा है कि एमओयू तैयार है लेकिन दिल्ली की आम आदमी सरकार उस पर साइन नहीं कर रही है। योजना लागू ना हो इसके लिए सुप्रिम कोर्ट में आम आदमी पार्टी ने एसएलपी फाइल की है और उस हलफनामे पर खुद केजरीवाल सरकार के मंत्री के हस्ताक्षर किया है।
आयुष्मान योजना: केजरीवाल सरकार की विफलता और झूठे वादे
केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि आयुष्मान योजना को लागू करने की जगह दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सुप्रीम कोर्ट इसे रोकने के लिए चले गए हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर हो उसके लिए अरविंद केजरीवाल ने कोई काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के केन्द्र सरकार के अस्पतालों में लोग आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे हैं लेकिन दिल्ली का दुर्भाग्य है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में दिल्ली सरकार इसका लाभ नहीं उठा सकते हैं। आज भी दिल्ली अरविंद केजरीवाल के 20 अस्पतालों की राह खोज रही है। सिर्फ झूठे वायदें करना और दिल्ली वालों को धोखा देना यही अरविंद केजरीवाल की अब तक की राजनीति का लेखा-जोखा है।
आयुष्मान योजना: भाजपा की सरकार बनते ही दिल्ली में होगी लागू
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने विधानसभा के पटल पर बोला था कि दिल्ली में प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना को लागू करेंगे लेकिन उन्होंने इसे लागू नहीं किया क्योंकि उन्हें इसमें राजनीति करनी थी। भाजपा विधायकों ने इसके लिए विधानसभा के बाहर और मुख्यमंत्री आवास के बाहर भी इसको लागू ना करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया लेकिन आज भी उन सभी 70 सालों के बुजुर्गों को इसके लाभ से वंचित रखने का काम किया है। लेकिन दिल्ली में भाजपा की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना को पूरी दिल्ली में लागू किया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल पर आरोप: मानवाधिकार हनन के दोषी
प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि राजनीति मदभेद हमारे लोकतंत्र की खूबी है लेकिन इसके कारण अगर लाभकारी योजनाओं ने उन लोगों को दूर रखा गया जिन्होंने उन्हें सत्ता पर बैठाया है तो यह पूरी तरह से उनके मानव अधिकारों का हनन है और अरविंद केजरीवाल उसके प्रमुख दोषी है। उन्होंने कहा कि 15 फीसदी लोग वे लोग हैं जो हर घर के बुजुर्ग है लेकिन दिल्ली की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री की मानसिकता और उनके चरित्र को उजागर करता है।
अरविंद केजरीवाल की गरीब विरोधी नीति: आयुष्मान योजना को लागू करने से मुकरना
योगेन्द्र चंदोलिया ने कहा कि मैं जिस जाति से आता हूँ अरविंद केजरीवाल अनुसूचित जाति, गरीब, ओबीसी समाज विरोधी है। कोर्ट के अंदर एसपीएल फाइल करके गरीब समाज को इस लाभकारी योजना से दूर किया गया है लेकिन अरविंद केजरीवाल को मैं बताना चाहूंगा कि चाहे वह अपने सारे पैतरे अपना लें लेकिन भाजपा सरकार बनते ही दिल्ली में यह लागू होगा।