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Wednesday, June 18, 2025

बीजेपी की 72 घंटे की रणनीति: सरप्राइज चेहरे की एंट्री!

नई दिल्ली, 28 नवंबर 2024, गुरुवार। महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कई नाम शामिल हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। यहां तक कि 72 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है, जो कि बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण समय है, क्योंकि इससे पहले भी जब-जब उन्होंने 72 घंटे से ज्यादा का वक्त लगाया है, तब-तब सीएम की कुर्सी पर सरप्राइज चेहरे की एंट्री हुई है।
बीजेपी की सरकार, सरप्राइज सीएम: मोहन माझी की एंट्री!
2024 में ओडिशा में बीजेपी की नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए मोहन माझी का नाम सामने आया। यह निर्णय कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक था, क्योंकि धर्मेंद्र प्रधान और मनमोहन सांबल जैसे प्रमुख दावेदार भी थे। लेकिन बीजेपी ने मोहन माझी पर भरोसा जताया, जो आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
राजस्थान में बीजेपी का सरप्राइज सीएम: भजनलाल शर्मा की एंट्री!
राजस्थान में बीजेपी की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर चर्चा हुई। वसुंधरा राजे, गजेंद्र सिंह शेखावत, दीया कुमारी और बालक नाथ जैसे नेताओं के नाम सामने आए। लेकिन आखिरकार भजनलाल शर्मा के नाम पर सहमति बनी। शर्मा पहली बार विधायक चुने गए थे और राजस्थान बीजेपी के महासचिव थे।
मध्य प्रदेश में बीजेपी का सरप्राइज सीएम: मोहन यादव की अनोखी एंट्री!
मध्य प्रदेश में 2023 में बीजेपी की शानदार जीत हुई थी, लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए शिवराज सिंह चौहान की जगह मोहन यादव का नाम सामने आया था। यह निर्णय कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक था, क्योंकि मोहन यादव उस वक्त सीएम पद की रेस में भी नहीं थे। मध्य प्रदेश में बीजेपी को मुख्यमंत्री चुनने में 8 दिन का वक्त लगा था।
छत्तीसगढ़ में बीजेपी का सरप्राइज सीएम: विष्णुदेव साय की अनोखी एंट्री!
छत्तीसगढ़ में 2023 के आखिर में बीजेपी की जीत हुई थी, लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए रमन सिंह और अरुण साव जैसे प्रमुख दावेदारों के बावजूद, विष्णुदेव साय को सीएम की कुर्सी सौंपी गई। यह निर्णय कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक था, क्योंकि विष्णुदेव साय का नाम पहले से ही सीएम पद की रेस में नहीं था। बीजेपी को सीएम चुनने में 7 दिन का वक्त लगा था।
उत्तर प्रदेश में बीजेपी का सरप्राइज सीएम: योगी आदित्यनाथ की अनोखी एंट्री!
उत्तर प्रदेश में 2017 में बीजेपी की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर चर्चा हुई। मनोज सिन्हा, केशव प्रसाद मौर्य जैसे बड़े नेताओं के नाम सामने आए, लेकिन बीजेपी ने सबको चौंकाते हुए योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी। यह निर्णय कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक था, क्योंकि योगी आदित्यनाथ का नाम पहले से ही सीएम पद की रेस में नहीं था। बीजेपी को उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री चुनने में 9 दिन का वक्त लग गया था।
महाराष्ट्र में बीजेपी का सरप्राइज सीएम: देवेंद्र फडणवीस की अनोखी एंट्री!
महाराष्ट्र में 2014 में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। शरद पवार की एनसीपी ने बाहर से समर्थन दिया था। सरकार गठन की कवायद में बीजेपी को 7 दिन लग गए थे। दिल्ली से राजनाथ सिंह पर्यवेक्षक बनकर आए और विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में देवेंद्र फडणवीस को नेता चुना गया था। फडणवीस उस वक्त बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष थे और उनकी एंट्री सरप्राइज चेहरे के तौर पर हुई थी। उस समय नितिन गडकरी, विनोद तावड़े और पंकजा मुंडे मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार थे।
उत्तराखंड में बीजेपी का सरप्राइज सीएम: त्रिवेंद्र सिंह रावत की अनोखी एंट्री!
उत्तराखंड में 2017 में बीजेपी की जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर चर्चा हुई थी। भगत सिंह कोश्यारी, बीसी खंडूरी और रमेश पोखरियाल निशंक जैसे बड़े नेताओं के नाम सामने आए थे, लेकिन बीजेपी ने सबको चौंकाते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया था। रावत की एंट्री सरप्राइज थी, क्योंकि उनका नाम पहले से ही सीएम पद की रेस में नहीं था। बीजेपी को उत्तराखंड में सरकार गठन की कवायद में 8 दिन का वक्त लग गया था।
हिमाचल प्रदेश में बीजेपी का सरप्राइज सीएम: जयराम ठाकुर की अनोखी एंट्री!
2017 के अंत में हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसमें बीजेपी ने जीत हासिल की थी। लेकिन मुख्यमंत्री पद के लिए नाम की घोषणा करने में बीजेपी को 7 दिन का वक्त लग गया था। यहां जयराम ठाकुर को सीएम की कुर्सी सौंपी गई थी, जो एक सरप्राइज निर्णय था। प्रेम धूमल और जेपी नड्डा जैसे नेताओं को दरकिनार कर ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया था। ठाकुर 2017 से 2022 तक मुख्यमंत्री रहे।
जहां 72 घंटे से पहले फैसला, वहां चेहरा रिपीट
2019 में हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने 72 घंटे से पहले ही मुख्यमंत्री का फैसला कर लिया। उस वक्त तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को ही फिर से जिम्मेदारी दी गई। इसी तरह 2022 के गुजरात चुनाव में मुख्यमंत्री चुनने में सिर्फ 48 घंटे का वक्त बीजेपी को लगा। पार्टी ने गुजरात में भी मुख्यमंत्री को कंटिन्यू रखा।

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