बीजेपी ने उन्नाव जिला पंचायत चुनाव में रेप के दोषी अपने पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी का नाम प्रत्याशियों की सूची से बाहर कर दिया है। पार्टी ने 8 अप्रैल को उन्नाव जिला पंचायत के उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। सूची में कुलदीप सेंगर की पत्नी संगीता को वॉर्ड नंबर 22 फतेहपुर चौरासी तृतीय से उम्मीदवार घोषित किया था। बता दें कि कुलदीप सेंगर अभी उम्र कैद की सजा काट रहा है।
आपको बता दें कि संगठन की ओर से गुरुवार को जारी की गई लिस्ट में कई चेहरे नए हैं। पार्टी ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संगीता सेंगर को फतेहपुर चौरासी चतुर्थ से प्रत्याशी बनाया था। इसके अलावा भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अविनाश चंद्र उर्फ आनंद आवस्थी को सिकंदरपुर सरोसी प्रथम से प्रत्याशी बनाया गया है। नवाबगंज के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अरुण सिंह औरास द्वितीय से टिकट मिला है। आनंद अवस्थी पूर्व में उन्नाव सदर से विधानसभा सदस्य के लिए चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली थी। संगीता सिंह सेंगर बांगमरऊ उप चुनाव में भाजपा से टिकट मांग रही थी। हालांकि उन्हें टिकट नहीं मिला था।
अध्यक्ष के लिए होगा घमासान
भाजपा की ओर से समर्थित उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने के बाद से ही सवाल तेजी से उछला कि अगला जिला पंचायत अध्यक्ष कौन होगा। अगर भाजपा के समर्थित उम्मीदवारों की जीत हुई और वह बहुमत में आई तो अध्यक्ष के लिए घमासान होना तय माना जा रहा है। भाजपा के दिग्गज अंदर खाने में ताकत लगाए हैं कि उनके पक्ष का दावेदार चुनाव जीते और उसे ही जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट मिले। हालांकि यह तस्वीर 2 मई को साफ हो पाएगी कि कौन जीतेगा और कौन हारेगा। कयास लगाया जा रहा है कि संगठन यह देखने में लगा है कि कौन प्रत्याशी कितने पानी में है और कितने अंतर से जीतकर आता है।