भोपाल, 13 नवंबर
मध्य प्रदेश सरकार 15 नवंबर को महान आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती मनाने के लिए राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को कैबिनेट की अध्यक्षता करते हुए आदिवासी बहुल जिलों – धार और शहडोल में होने वाले कई कार्यक्रमों की तैयारी के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए साथ ही उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस कार्यक्रम में वर्चुअली रूप से शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में धार और शहडोल में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जबकि पीएम नरेंद्र मोदी वर्चुअली शामिल होंगे।” उस दिन, आदिवासी समुदायों के कलाकार बिरसा मुंडा की जयंती मनाने के लिए अपनी पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे, जिन्हें वे ‘भगवान’ के रूप में पूजते हैं।
बिरसा मुंडा की जयंती मनाने के अलावा, राज्य सरकार आदिवासी समुदायों की समृद्ध विरासत और योगदान का जश्न मनाते हुए स्थानीय स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों को भी श्रद्धांजलि देगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि जो व्यक्ति जीवित रहते हुए इंसान से ‘भगवान’ (आदिवासी बिरसा मुंडा को अपना ‘भगवान’ मानते हैं) बन गए, उन्होंने इतनी वीरता दिखाई कि अंग्रेज कमजोर हो गए।
यादव ने कहा है, “आज उनके योगदान को याद करने की जरूरत है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिरसा मुंडा को याद नहीं किया गया, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी के कारण आज देश बिरसा मुंडा की जयंती को गौरव दिवस के रूप में मना रहा है।”
विशेष रूप से, मध्य प्रदेश में पहला जनजातीय गौरव दिवस (आदिवासी गौरव दिवस) आयोजित किया गया था, और 15 नवंबर, 2021 को भोपाल के जंबूरी मैदान में 10 लाख से अधिक आदिवासियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने तब एक दर्जन से अधिक योजनाओं की घोषणा की, जिनमें प्रमुख रूप से जनजतिया समुदाय के लाभार्थियों को हर महीने उनके गांवों में पीडीएस राशन देना शामिल था, ताकि उन्हें अपना राशन लेने के लिए उचित मूल्य की दुकान तक न जाना पड़े।