लखनऊ, 2 दिसंबर 2024, सोमवार। लखनऊ के पीजीआई स्थित अशोक वाटिका होटल के बाहर एक लड़की का अपहरण कर लिया गया और आठ लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया। यह घटना लखनऊ की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है और पुलिस की लापरवाही को उजागर करती है। लड़की को शहर से करीब 150 किलोमीटर दूर ले जाया गया और मारपीट की गई। हैवानियत से लड़की की हालत बिगड़ने लगी, जिसके बाद आरोपी उसे तेलीबाग में सड़क किनारे छोड़कर भाग गए।
बदहवास हालत में लड़की कृष्णानगर स्थित अपने घर पहुंची और शनिवार को मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने कहा है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करेंगे।
लखनऊ पुलिस की लापरवाही का नतीजा
पश्चिम बंगाल निवासी 24 वर्षीय लड़की कृष्णानगर में परिवार के साथ रहती है। वह 23 नवंबर को सहेली से मिलने पीजीआई रायबरेली रोड स्थित अशोक वाटिका होटल गई थी। रात करीब दस बजे सहेलियों के साथ वह होटल से बाहर निकल कर कैब का इंतजार कर रही थी, तभी दो कारें आकर रुकीं। लड़की को मारपीट करते हुए कार में बंधक बना लिया गया और उसे शहर से करीब डेढ़ सौ किमी दूर ले जाया गया।
जहां सुनसान जगह पर आठ लोगों ने उसके साथ गैंगरेप किया। तबीयत बिगड़ती देख आरोपी तेलीबाग में छोड़ कर भाग गए। पीड़िता ने किसी तरह से पीजीआई पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद उसे इलाज के लिए नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद शनिवार को पीड़िता पीजीआई कोतवाली पहुंची। जहां उसने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज श्रीकांत राय ने बताया कि स्टाफ नर्स की तहरीर पर दुराचार, मारपीट और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया गया। रविवार को आरोपी निखिल कुमार को भूहर पुल के पास पकड़ा गया है। नर्स ने हॉस्पिटल संचालक राजेश और कमलेश अग्रवाल पर भी आरोप लगाए हैं। जिनकी भूमिका की जांच की जा रही है।