नई दिल्ली, 1 दिसंबर 2024, रविवार। गुरुग्राम कोर्ट ने टीवी न्यूज एंकर और पत्रकार चित्रा त्रिपाठी के लिए गिरफ्तारी का आदेश बरकरार रखा है। यह मामला साल 2013 का है, जिसमें चित्रा त्रिपाठी पर यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण, पोक्सो (POCSO) पर केस दर्ज है। यह पूरा मुकदमा आसाराम बापू और एक 10 वर्ष की बच्ची से संबंधित वीडियो से जुड़ा है।
चित्रा त्रिपाठी ने इस मामले में कोर्ट से अग्रिम जमानत यानी एंटीसिपेटरी बेल मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने यह खारिज कर दिया है। इससे पहले कोर्ट ने चित्रा त्रिपाठी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। कोर्ट ने चित्रा त्रिपाठी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि वह कोर्ट की प्रक्रिया को काफी हल्के में ले रही हैं। कोर्ट ने यह भी कहा कि चित्रा त्रिपाठी इस न्यायालय के समक्ष केवल आत्मसमर्पण-सह-जमानत आवेदन ही प्रस्तुत कर सकती है, या वह अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है।
चित्रा त्रिपाठी के साथ कई अन्य पत्रकारों पर भी आरोप, क्या है पूरा मामला?
चित्रा त्रिपाठी के अलावा कई अन्य पत्रकारों और मीडिया पेशेवरों पर भी आरोप लगाए गए हैं। इनमें दीपक चौरसिया, सैयद सुहैल, अजीत अंजुम, राशिद हाशमी, सुनील दत्त, ललित सिंह बड़गुर्जर और अभिनव राज शामिल हैं। इन सभी पर एक दस वर्षीय लड़की और उसके परिवार के ‘मॉर्फ्ड, संपादित और अश्लील’ वीडियो प्रसारित करने का आरोप है। इसके अलावा, उन पर इस वीडियो को स्वयंभू धर्मगुरु आसाराम बापू के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले से जोड़ने का भी आरोप है।
इन सभी लोगों पर 120 बी, 469 और 471 आईपीसी, धारा 67 बी और 67 IT एक्टक और POCSO Act की धारा 23 और धारा 13सी के तहत आरोप लगाए गए हैं। यह मामला बहुत गंभीर है और इसके परिणामस्वरूप इन सभी लोगों को गंभीर दंड का सामना करना पड़ सकता है।
चित्रा त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ीं, गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद क्या होगा आगे?
चित्रा त्रिपाठी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद अब उनकी गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई है। गुरुग्राम की एक विशेष पॉक्सो अदालत ने चित्रा त्रिपाठी की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है, जिसका मतलब है कि अब उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। चित्रा त्रिपाठी ने कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए छूट मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने उनका आवेदन खारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि चित्रा त्रिपाठी कोर्ट की कार्यवाही को हल्के में ले रही हैं।अब देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या एक्शन लिया जाता है और चित्रा त्रिपाठी के खिलाफ क्या कानूनी कदम उठाए जाते हैं। इस मामले में चित्रा त्रिपाठी के अलावा कई अन्य पत्रकारों के खिलाफ भी आरोप लगाए गए हैं।