नई दिल्ली, 25 फरवरी 2025, मंगलवार। अरविंद केजरीवाल सरकार के दौरान कथित शराब घोटाले को लेकर सीएजी रिपोर्ट दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा में पेश कर दी है। इस रिपोर्ट में शराब घोटाले से जुड़ी कई अहम बातें सामने आई हैं। रिपोर्ट पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रिपोर्ट पिछली सरकार के दौरान हुई वित्तीय गड़बड़ियों को उजागर करती है। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि पिछली सरकार ने जानबूझकर सीएजी रिपोर्ट को दबाया ताकि उसके निष्कर्ष सार्वजनिक न हो सकें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछली सरकार ने इस रिपोर्ट को बाहर आने से रोकने की कोशिश की थी ताकि उसकी नीतियों की आलोचना न हो सके। सीएजी रिपोर्ट में दिल्ली की आबकारी नीति में हुई कथित गड़बड़ियों का जिक्र किया गया है और कहा गया है कि शराब की बिक्री से जुड़े कई मामलों में नियमों का उल्लंघन हुआ। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और विधानसभा में इसे पेश करते हुए सरकार की ओर से आगे की कार्रवाई के संकेत दिए।
शराब नीति से जुड़ी CAG की 14 में से इस तरह की 13 और रिपोर्ट पेश की जानी है, जिसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं। बता दें कि CAG रिपोर्ट में ही ‘6 फ्लैग स्टाफ रोड’ पर मुख्यमंत्री आवास (शीशमहल) के नवीनीकरण में अनियमितताओं का मुद्दा उठाया गया है। यह वही बंगला है, जिसमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रहते थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि 6 फ्लैग स्टाफ रोड वाले बंगले को और बड़ा करने के लिए नियमों का उल्लंघन करके कैंप ऑफिस और स्टाफ ब्लॉक को भी उसमें मिला लिया गया था। इसके बाद से सबके मन में एक ही सवाल है कि अब आगे क्या होगा? दिल्ली सरकार के मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा- सीएजी रिपोर्ट में जो चीजें सामने आई हैं, उससे साफ लग रहा है कि अरविंद केजरीवाल पूरी जिंदगी जेल में बिताने वाले हैं। कैग रिपोर्ट के सामने आने के बाद दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी (आप) के कई नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दिल्ली के शराब घोटाले के मामले में अरविंद केजरीवाल, सिसोदिया समेत कई नेता आरोपी बनाए गए हैं। दोनों नेता कई महीनों तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में रह चुके हैं। फिलहाल इस मामले की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रही है।
AAP की नीतियों से हुआ भारी नुकसान- वीरेंद्र सचदेवा
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आज दिल्ली विधानसभा में प्रस्तुत सीएजी रिपोर्ट से स्पष्ट है कि भ्रष्ट अरविंद केजरीवाल सरकार की शराब नीति में 2,002.68 करोड़ का घोटाला हुआ था। उन्होंने कहा कि आप की नीतियों से राजस्व में भारी नुकसान हुआ। गैर-अनुपालन क्षेत्रों में शराब की दुकानें न खोलने से 941.53 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। त्यागे गए लाइसेंसों की दोबारा नीलामी न करने से 890 करोड़ रुपये की हानि हुई। आबकारी विभाग के विरोध के बावजूद, जोनल लाइसेंसधारियों की फीस में 144 करोड़ रुपये की छूट दी गई। सुरक्षा जमा सही से न लेने के कारण 27 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। आज न सिर्फ दिल्ली, बल्कि पूरा देश देख रहा है कि आप सरकार की शराब नीति में हुए भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन ने दिल्ली की अर्थव्यवस्था को कितना नुकसान पहुंचाया है।
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने क्या कहा?
पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि एक्साइज की ऑडिट रिपोर्ट आज दिल्ली विधानसभा में पेश की गई। इसके 7 चैप्टर में 2017-21 तक की एक्साइज पॉलिसी पर है और एक चैप्टर न्यू एक्साइज पॉलिसी पर है। दिल्ली सरकार ने पुरानी एक्साइज पॉलिसी को खामियों और भ्रष्टाचार को दिल्ली वालों को सामने रखा था। उस पॉलिसी के तहत हरियाणा और यूपी से अवैध तरीके से शराब लाया जाता था। इस रिपोर्ट ने हमारी उस बात पर मुहर लगाई है। कितनी शराब बेची जा रही है उस पर भ्रष्टाचार था। यह रिपोर्ट बताती है कि 28 फ़ीसदी से ज़्यादा भ्रष्टाचार ठेकेदार कर रहे थे और पैसा दलालों की जेब में जा रहा था। यह रिपोर्ट बताती है कि शराब की ब्लैक मार्केटिंग हो रही थी और सब जानते हैं कि किस पार्टी के लोगों के पास शराब के ठेके थे। शराब के ठेकेदारों ने ग़लत तरीक़े से कॉस्ट प्राइस कैलकुलेट करके मुनाफ़ा कमाया। यह रिपोर्ट उसी बात को दोहरा रही है जो हमने कहा कि पुरानी पॉलिसी से दिल्ली के लोगों को घाटा हो रहा है।