नई दिल्ली, 3 जनवरी 2025, शुक्रवार। चंदौसी कोर्ट में शाही मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट गुरुवार को दाखिल की गई। यह रिपोर्ट लगभग 40 से 45 पन्नों की है और इसमें मस्जिद के सर्वे के दौरान की गई वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के सबूत शामिल हैं। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, मस्जिद के अंदर दो वट वृक्ष हैं, एक कुआं है जिसका आधा हिस्सा अंदर और आधा हिस्सा बाहर है, और 50 से ज्यादा फूल के निशान मिले हैं। इसके अलावा, गुम्मद के हिस्से को प्लेन कर दिया गया है और पुराने कंस्ट्रक्शन के बदलने के भी सबूत मिले हैं।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि मस्जिद में अंदर जहां बड़ा गुंबद है, उस गुंबद पर झुमूर को तार से बांधकर एक चेन से लटकाया गया है, जो कि मंदिर के घंटों में इस्तेमाल किया जाता है। कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने बताया कि शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर होने का दावा पेश करने वाली याचिका सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट में 19 नवंबर को दाखिल की गई थी। इसके बाद उसी दिन शाही जामा मस्जिद का सर्वे किया गया था, लेकिन सर्वे पूरा न होने के कारण कोर्ट कमिश्नर 24 नवंबर को फिर से शाही जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए पहुंचे थे।
उस दिन की घटना के बारे में कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि जब वह मस्जिद के अंदर सर्वे करने के लिए पहुंचे, तो उन्हें कुछ लोगों ने रोकने की कोशिश की। इसके बाद उन्होंने पुलिस को बुलाया और मस्जिद के अंदर सर्वे किया। कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि सर्वे के दौरान उन्होंने मस्जिद के अंदर कई महत्वपूर्ण चीजें देखीं, जिनमें से कुछ का उल्लेख रिपोर्ट में किया गया है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में मस्जिद के सर्वे के दौरान की गई वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के सबूत शामिल हैं।
कोर्ट कमिश्नर ने बताया कि रिपोर्ट को सिविल जज आदित्य सिंह की कोर्ट में दाखिल किया गया है और अब इस मामले की सुनवाई जल्द ही शुरू होगी। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर कोर्ट मस्जिद के भविष्य के बारे में फैसला करेगी।