रायपुर, 2 फरवरी 2025, रविवार। छत्तीसगढ़ पुलिस ने ‘ऑपरेशन समाधान’ के तहत राजधानी रायपुर में दूसरे राज्यों से आए 2 हजार से अधिक कामगारों की पहचान का सत्यापन किया है। इस दौरान 150 से अधिक संदिग्ध पाए गए हैं, जिनके बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिम होने की आशंका है। ये सभी पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश बॉर्डर के हैं और अपनी वास्तविक पहचान के दस्तावेज पेश नहीं कर पाए हैं।
पुलिस ने यह कार्रवाई रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों का पता लगाने के लिए की है। जिन लोगों के दस्तावेज नहीं मिले हैं, उनके मोबाइल नंबर की तकनीकी जाँच करके कम से कम पिछले तीन महीने की जानकारी जुटाई जा रही है। ये सभी खमतराई, टिकरापारा और उरला थाना क्षेत्र में रह रहे थे और ऑटो चलाने तथा मजदूरी आदि का काम कर रहे थे।
दूसरे राज्यों से आए इन लोगों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे एक-दो साल पहले ही काम की तलाश में रायपुर आए हैं। हालाँकि, ये सभी यहाँ कब से हैं इसकी सही जानकारी पुलिस को भी नहीं है। पुलिस ने एक-एक करके पुलिस इसकी जाँच कर रही है और वास्तविकता का पता लगाने की कोशिश की कर रही है।
इस दौरान संदिग्ध गतिविधियों को लेकर 224 लोगों के खिलाफ धारा 151 जैसी प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में जल्द ही नगरीय निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर प्रशासन सतर्क है, ताकि भी बाहरी एवं संदिग्ध व्यक्ति इसमें अवैध हस्तक्षेप ना कर पाए। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के विभिन्न इलाकों में बाहर से आए लोगों की जाँच कर रही है।