जयपुर, 9 नवंबर 2024 शनिवार। राजस्थान में एक बड़ा खेल चल रहा है, जहां निजी स्कूल डमी प्रवेश देकर अभिभावकों से पैसे वसूल रहे हैं। इस मामले में सीबीएसई ने बड़ी कार्रवाई की है, जिससे स्कूल संचालकों और अभिभावकों में खलबली मच गई है।
क्या है डमी प्रवेश?
डमी प्रवेश का मतलब है कि स्कूल में छात्र का नाम दर्ज होता है, लेकिन वह वास्तव में स्कूल में नहीं आता। इसके बदले में स्कूल प्रबंधन अभिभावकों से पैसे वसूलता है। यह पैसा स्कूल की फीस से कई गुना ज्यादा होता है।
कितने स्कूल शामिल?
सीबीएसई की जांच में पता चला है कि राजस्थान में 1000 से ज्यादा प्राइवेट स्कूल डमी प्रवेश दे रहे हैं। इन स्कूलों में 1 लाख से ज्यादा छात्र डमी प्रवेश ले चुके हैं।
क्या कहते हैं स्कूल प्रबंधन?
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वे छात्रों को स्कूल में नहीं बुलाते हैं, लेकिन उन्हें परीक्षा में बैठने का मौका देते हैं। इसके लिए वे अभिभावकों से पैसे वसूलते हैं।
क्या कहती है सीबीएसई?
सीबीएसई का कहना है कि यह डमी प्रवेश नियमों के खिलाफ है। स्कूलों को छात्रों को शिक्षा देनी चाहिए, न कि पैसे वसूलने के लिए डमी प्रवेश देना चाहिए।
क्या होगी कार्रवाई?
सीबीएसई ने कहा है कि वह ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। स्कूलों की मान्यता रद्द की जा सकती है। इसके अलावा, स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है।
क्या कहते हैं अभिभावक?
अभिभावकों का कहना है कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाना चाहते हैं, लेकिन स्कूलों की डमी प्रवेश प्रणाली से वे परेशान हैं। वे चाहते हैं कि स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो।