वाराणसी, 5 दिसंबर 2024, गुरुवार। वाराणसी में एक बड़ा साइबर अपराध हुआ है, जिसमें भारतीय जल सेना से रिटायर्ड ऑनरी सब लेफ्टीनेंट अनुज कुमार यादव को 22 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 98 लाख रुपये बैंक खाते से ले लिए गए। यह घटना 11 नवंबर से 3 दिसंबर तक हुई है। अनुज कुमार यादव ने बताया कि उन्हें अनजान नंबर से कॉल आई और कॉल करने वाले ने खुद को टेलीकाॅम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) का अधिकारी बताया।
उन्होंने कहा कि आपके नंबर पर सिम जारी हुआ है, जिससे गैर कानूनी गतिविधियां की जा रही हैं। इसके बाद उन्हें विभिन्न नंबरों से कॉल आई और उन्हें धमकाया गया कि आपका नाम नरेश गोयल मनी लाॅन्ड्रिंग के केस में आ गया है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद मेरा पैसा वापस मिलने की बात बताकर उन लोगों ने मुझसे 14 नवंबर को इंडसइंड बैंक के खाते में 33 लाख रुपये, 16 नवंबर को कोटक महिंद्रा बैंक में 50 लाख रुपये, 18 नवंबर और 3 दिसंबर को आईसीआईसीआई बैंक में 7.5-7.5 लाख रुपये आरटीजीएस कराए।
पीड़ित अनुज ने बताया कि इस दौरान उन लोगों ने मुझे कूटरचित दस्तावेज, प्रतिभूति भेजकर मुझको व मेरी पत्नी रीना यादव को वीडियो काॅल पर गिरफ्तार करते हुए और मुकदमे से नाम बाहर निकालने के नाम पर डरा धमका कर मुझसे कुल 98 लाख रुपये धोखाधड़ी की। उन्होंने कहा कि यह नेशनल सिक्योरिटी का मामला है, यदि अगर आप आत्महत्या कर लेंगे या किसी और को इस बारे में बताएंगे तो उस व्यक्ति से हम पैसा वसूल करेंगे। पीड़ित ने बीती रात साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया है।