नई दिल्ली, 21 मार्च 2025, शुक्रवार। शुक्रवार को गाजियाबाद में भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने फटे कुर्ते में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तहलका मचा दिया। उनके चेहरे पर गुस्सा और आवाज में दर्द साफ झलक रहा था। उन्होंने अपनी ही सरकार और अधिकारियों पर जमकर हमला बोला। विधायक का कहना था कि उन्होंने रामकथा के लिए परमिशन ली थी, फिर भी पुलिस ने उनकी कलश यात्रा को रोकने की कोशिश की। इस दौरान महिलाओं के साथ बदतमीजी हुई, उनके कलश जमीन पर गिरा दिए गए। नंदकिशोर ने सनसनीखेज आरोप लगाया कि पुलिस टकराव पैदा कर उनकी हत्या की साजिश रच रही थी।
उनका गुस्सा यहीं नहीं थमा। उन्होंने यूपी के चीफ सेक्रेटरी को निशाने पर लिया और कहा कि वह दुनिया का सबसे भ्रष्ट अधिकारी है। विधायक ने दावा किया कि चीफ सेक्रेटरी ने जादू-टोना और तंत्र-मंत्र के जरिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बुद्धि को बांध दिया है। “महाराज जी पहले ऐसे नहीं थे,” उन्होंने कहा, “आज प्रदेश की जनता रो रही है, बहन-बेटियां लुट रही हैं। जब रामकथा तक नहीं कर सकते, तो ये कैसा रामराज्य है?”
नंदकिशोर ने अयोध्या की जमीन लूटने, फर्जी एनकाउंटर और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाए। उनका कहना था कि उनके पास ऐसी फाइलें हैं, जो सामने आने पर यूपी सरकार को आजादी के बाद की सबसे भ्रष्ट सरकार साबित कर देंगी। उन्होंने चीफ सेक्रेटरी को खुली चुनौती दी, “28 मार्च के बाद कथा खत्म कर लखनऊ आ रहा हूं। मेरा सीना तैयार है, तुम्हारी गोलियां कम पड़ जाएंगी।” साथ ही गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर पर भी तंज कसा कि वह शाम 5 बजे शराब पी लेते हैं।
साजिश का दावा और पुलिस से टकराव
विधायक ने बताया कि लखनऊ के एक अधिकारी ने उन्हें चेतावनी दी थी कि चीफ सेक्रेटरी और गाजियाबाद के कुछ अधिकारी उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। प्लान यह था कि रामकथा की अनुमति को लेकर टकराव पैदा किया जाए, फिर लाठीचार्ज और गोलीबारी के बहाने उनकी जान ले ली जाए। एक दिन पहले गुरुवार को भी पुलिस के साथ उनकी धक्का-मुक्की हुई थी, जिसमें उनका कुर्ता फट गया। पुलिस का कहना था कि कलश यात्रा के लिए परमिशन नहीं थी, लेकिन विधायक ने कागजात होने का दावा किया।
“मैं सनातन के लिए लड़ा हूं,” उन्होंने कहा। “क्या लोनी पाकिस्तान या सीरिया है? 15 साल से ये कथा हो रही है, फिर अब क्यों रोका जा रहा है?” विधायक ने पुलिस पर महिलाओं से छेड़छाड़ और लूट का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की बात कही। उनका गुस्सा अधिकारियों पर भी फूटा, “यहां बिना पैसे दिए कोई काम नहीं होता। हिंदुओं के लिए इससे बुरा समय नहीं आया। 50,000 गाय रोज कट रही हैं।”
खुली चुनौती और अनशन की धमकी
रामकथा के मंच से नंदकिशोर ने अफसरों को ललकारा, “कमिश्नर, अगर तेरे पास हिम्मत है तो कथा के बाद समय तय कर ले। गोली तुम्हारी होगी, सीना मेरा होगा।” उन्होंने मुख्यमंत्री से चीफ सेक्रेटरी और कमिश्नर को जेल भेजने की मांग की, वरना अनशन और प्राण त्यागने की चेतावनी दी। “28 तारीख के बाद लखनऊ जाकर चीफ सेक्रेटरी के दफ्तर के बाहर जान दे दूंगा,” उन्होंने कहा।
विधायक ने भीड़ से माफी मांगते हुए कहा, “मोदी जी और योगी जी आपके हैं, लेकिन चीफ सेक्रेटरी नमाज रोककर दिखाए। ये कायर गाय कटवा रहे हैं।” उनका यह बयान यूपी की सियासत में भूचाल ला सकता है, क्योंकि वे अपनी ही सरकार के खिलाफ खुलकर मैदान में उतर आए हैं। अब सवाल यह है कि क्या उनकी ये लड़ाई सचमुच सनातन की रक्षा के लिए है या फिर सियासी ड्रामा? जवाब आने वाले दिनों में सामने आएगा।