वाराणसी, 23 जून 2025: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के पर्वतारोहण केंद्र की 13 सदस्यीय छात्र-छात्रा टीम आज हिमाचल प्रदेश की धौलाधार पर्वत श्रृंखला में स्थित माउंट मून पीक (15,129 फीट) पर चढ़ाई के लिए रवाना हो गई। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. अरुण कुमार सिंह ने सुबह हरी झंडी दिखाकर इस साहसिक अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर छात्र अधिष्ठाता प्रो. अनुपम कुमार नेमा और मालवीय भवन के निदेशक प्रो. राजाराम शुक्ल ने भी टीम को शुभकामनाएं दीं।
पर्वतारोहण केंद्र के प्रभारी प्रो. अनिल कुमार सिंह ने बताया कि साक्षी कुमारी के नेतृत्व में यह दल प्रशिक्षक बलराम यादव और शिवनारायण यादव के मार्गदर्शन में धर्मशाला से अपनी यात्रा शुरू करेगा। धर्मशाला, जिसे तिब्बती संस्कृति का केंद्र और ‘मिनी ल्हासा’ के नाम से जाना जाता है, इस अभियान का आधार बनेगा। टीम मैक्लोडगंज और त्रिउंड होते हुए लाका ग्लेशियर पहुंचेगी, जहां प्रशिक्षण के बाद माउंट मून की चुनौतीपूर्ण चढ़ाई शुरू होगी।
प्रो. सिंह ने बताया कि पिछले दो महीनों से टीम ने कठिन प्रशिक्षण लिया है, जिसमें शारीरिक फिटनेस, रस्सी तकनीक और उच्च ऊंचाई पर जीवित रहने की कला शामिल थी। उन्होंने कहा, “यह अभियान न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक दृढ़ता का भी परीक्षण है। हमारी टीम पूरी तरह तैयार है।”
टीम में सचिन कुमार (डिप्टी लीडर), हर्ष गुप्ता और पूनम सैनी (क्वार्टर मास्टर), नीलम कुमारी (मेडिकल ऑफिसर), गोलू सिंह (इन्फॉर्मेशन ऑफिसर), हिमांशु सिंह (इक्विपमेंट ऑफिसर), शिवांश चौरसिया और ओजस्विनी सिरके (लगेज ऑफिसर), अभिषेक तोमर (ट्रांसपोर्ट ऑफिसर) और विभा कुमारी (रिक्रिएशन ऑफिसर) शामिल हैं।
यह साहसी दल 3 जुलाई 2025 को वाराणसी लौटने की उम्मीद है। बीएचयू समुदाय और शहरवासी इस युवा टीम की सफलता के लिए उत्साहित हैं, जो न केवल पर्वत चोटियों को फतह करने, बल्कि विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाने के लिए निकली है।