नई दिल्ली, 10 जून 2025, मंगलवार: कहते हैं, प्यार अंधा होता है, लेकिन क्या ये इतना खतरनाक हो सकता है कि किसी की जान ले ले? इंदौर की सोनम और उसके कथित प्रेमी राज कुशवाहा की कहानी कुछ ऐसी ही है, जो सुनने में रोमांचक लगती है, लेकिन इसका अंत रोंगटे खड़े कर देता है। ये कहानी है प्यार, धोखे, और एक ऐसी साजिश की, जिसने राजा रघुवंशी की जिंदगी छीन ली। आइए, इस दिल दहला देने वाली कहानी को और करीब से जानें।
पहली मुलाकात: जहां शुरू हुआ प्यार का सिलसिला
इंदौर का एक साधारण सा कारोबारी परिवार। सोनम के पिता का प्लाईवुड का कारोबार था, जहां राज कुशवाहा काम करता था। राज, जो सोनम से उम्र में पांच साल छोटा था, रोज़ाना काम के सिलसिले में आता-जाता था। यहीं से शुरू हुई उनकी मुलाकातें। पहले दोस्ती, फिर बातें, और फिर वो जादुई पल जब दोस्ती प्यार में बदल गई। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। इसी बीच, सोनम की शादी राजा रघुवंशी से तय हो गई।
शादी के बंधन में बंधने के बाद भी सोनम का दिल राज को भूल नहीं पाया। आरोप है कि उसका प्यार इतना गहरा था कि वो हर हाल में राज को ही पाना चाहती थी, चाहे इसके लिए उसे कितनी भी बड़ी कीमत चुकानी पड़े।
हनीमून या मौत का जाल?
शादी के बाद सब कुछ सामान्य सा लग रहा था। लेकिन सोनम के मन में एक तूफान पनप रहा था। उसने एक ऐसी साजिश रची, जिसे सुनकर रूह कांप जाए। उसने अपने पति राजा को हनीमून के बहाने मेघालय ले जाने का प्लान बनाया। टिकट बुक की, लेकिन सिर्फ जाने की। वापसी का कोई इरादा ही नहीं था। राजा का परिवार इस ट्रिप के खिलाफ था, खुद राजा भी तैयार नहीं था। लेकिन पत्नी की पहली ख्वाहिश पूरी करने के लिए वो मान गया। उसे क्या पता था कि ये उसकी जिंदगी का आखिरी सफर होगा।
मेघालय में पहले से ही राज कुशवाहा के तीन साथी मौजूद थे। शिलॉन्ग की खूबसूरत वादियों में राजा और सोनम के साथ ये तीन अनजान चेहरे भी थे। एक गाइड ने इस बात की पुष्टि की कि ये लोग साथ में देखे गए थे।
23 मई: वो काला दिन
23 मई को एक सुनसान जगह पर सोनम और उसके साथियों ने मिलकर राजा रघुवंशी की बेरहमी से हत्या कर दी। सिर पर गहरे वार, खून से लथपथ शरीर, और फिर लाश को ठिकाने लगाने की कोशिश। सोनम ने खुद को बचाने के लिए एक नाटक रचा। उसने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने उसे अगवा किया, एक कमरे में बंद रखा, और फिर एक ढाबे के पास छोड़ दिया। लेकिन सच तो कुछ और ही था।
पुलिस की तफ्तीश और खुलासा
जब मेघालय पुलिस ने जांच शुरू की, तो साजिश की परतें खुलने लगीं। सोनम की कहानी में कई खामियां थीं। पुलिस का शक गहराया, और जल्द ही चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनमें राज कुशवाहा भी शामिल था। वो राज, जिसके लिए सोनम ने अपने पति की जान ले ली।
प्यार या कुछ और?
अब सवाल ये है कि क्या ये सिर्फ एक प्यार की कहानी थी, जो हत्या तक पहुंच गई? या इसके पीछे कोई और गहरी साजिश है? पुलिस की जांच जारी है, लेकिन ये मामला मेरठ की मुस्कान और सौरभ राजपूत की कहानी से मिलता-जुलता है। वहां भी मुस्कान ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी थी। क्या सोनम की कहानी भी ऐसी ही है, या इसमें कोई और राज छिपा है?