पांचों राज्यों के विधानसभा चुनावों के परिणाम सामने आ चुके हैं। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में भाजपा का दबदबा रहा तो तेलंगाना में कांग्रेस ने सभी दलों को चित्त कर दिया। वहीं सबसे खास बात यह है कि मिज़ोरम के विधानसभा चुनाव के परिणाम ने सभी राजनीतिक दलों को हैरत में डाल दिया।
जोरम पीपुल्स मूवमेंट पार्टी की जीत राज्य के पुरानी दलों के गले नहीं उतर रही हैं। महज पांच वर्ष पुरानी पार्टी ने राज्य का राजनीतिक समीकरण ही बदल दिया। दूसरी ओर, जेडपीएम की आइजोल दक्षिण-III उम्मीदवार की जीत सोशल मीडिया में खासा सुर्खियां बटोर रही हैं। आईये जानते हैं बेरिल वन्नेइहसांगी के बारे में…
आखिर कौन हैं बेरिल वन्नेइहसांगी?
32 वर्षीय बेरिल वन्नेइहसांगी मिज़ोरम की पूर्व टीवी एंकर और रेडियो जॉकी है। जिन्हें जेडपीएम ने आइजोल दक्षिण-III सीट से उम्मीदवार बनाया था। सोमवार को मिज़ोरम के विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आते ही जेडपीएम की जीत ने सबको हैरत में डाल दिया। बेरिल वन्नेइहसांगी को उनकी सीट पर 9370 वोट मिलें। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी को 1414 वोटों से हरा दिया।
बेरिल वन्नेइहसांगी के सोशल मीडिया में लाखों फॉलोवर्स
बेरिल वन्नेइहसांगी ने मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग के नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने वहां से आर्ट्स में स्नाकोत्तर किया। उनके पिता का नाम वानरोचुआंगा है। वहीं इंस्टाग्राम पर उनके ढाई लाख से भी ज्यादा फॉलोवर्स हैं। बेरिल वन्नेइहसांगी सोशल मीडिया पर पहले से ही लोकप्रिय रही हैं।
मिज़ोरम की सबसे युवा महिला विधायक बनीं
बेरिल वन्नेइहसांगी ने कभी सोचा नहीं था कि वह इतनी कम उम्र में विधानसभा पहुंच जाएंगी। उन्होंने कई साक्षात्कार में इस बात को सामने रखा कि वह अभी भी विश्वास नहीं कर पा रही हैं कि वह चुनाव जीत गई है।
जेडपीएम द्वारा टिकट मिलने के दौरान का जिक्र करते हुए बेरिल वन्नेइहसांगी ने कहा कि जब उन्हें टिकट मिला, तो लोगों ने मेरा मजाक उड़ाया। लेकिन परिणामों ने उनकी बोलती बंद कर दी। बता दें इससे पूर्व आइजोल नगर निगम में पार्षद का चुनाव बेरिल जीत चुकी हैं।
बेरिल वन्नेइहसांगी बोलीं, विकास ही एक मंत्र
सबसे युवा महिला विधायक के तमगा मिलने के बाद बेरिल वन्नेइहसांगी ने क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि हर प्रोफेशन में बदलाव लाना होगा और विकास के लिए निरंतर काम करना होगा।
बुनियादी जरूरतों पर बोलते हुए बेरिल वन्नेइहसांगी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार पर जोर दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी जीत समाज की महिलाओं की सबसे बड़ी जीत है। महिलाओं ने उस दीवार को तोड़ दिया है, जिसे लोग असंभव बताया रहे थे।