पटना में कुछ लडके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के बहाने नकली नोट छापने का काम कर रहे थे जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला एसके पुरी थाना क्षेत्र के आनंदपुरी स्थित राजाराम अपार्टमेंट की है। पुलिस ने वहां से कटिहार निवासी अयूब खान और नवादा निवासी रतन यादव को गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस ने 500 के 1 लाख 77 हजार और 200 के 2600 नकली नोट के अलावे 21 लीटर शराब, एक प्रिंटर, दो मोबाइल, एक लैपटॉप चार्जर और नोट प्रिंट होने वाला पेपर आदि बरामद किया है।
ग्राहक बनकर खुद पहुंची पुलिस
पटना पुलिस का कहना है कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि राजाराम में पार्ट वन में कुछ लड़के शराब का कारोबार कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस सजग हुई और खुद सादे लिबास में ग्राहक बनकर शराब खरीदने पहुंच गई। पुलिस जब वहां पहुंची तब शराब के साथ प्रिंटर और नकली नोट प्रिंट किया जा रहा था।
एक साल से छात्र बनकर रह रहे थे
फ्लैट के मालिक का कहना है कि करीब 1 साल पहले अयूब और सचिन ने उनका फ्लैट किराए पर लिया था। मकान लेते समय उनलोगों ने कहा था कि हमलोग छात्र हैं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। लेकिन अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर वे लोग कब शराब के साथ साथ नकली नोट का धंधा करने लगे यह पता नहीं।
लड़की समेत दो खिड़की से हुए फरार
पुलिस जैसे ही अपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर स्थित फ्लैट नंबर 1 में पहुंची, सभी खिड़की से भागने लगे। भागने के दौरान अयूब खान का पैर टूट गया जिस वजह से भागने में अक्षम अयूब को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने फिलहाल उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में कटिहार का मोहम्मद शमीम, सीतामढ़ी का सचिन और एक लड़की मौके से फरार हो गई।
जाली नोट के कनेक्शन बांग्लादेश से जुड़े तो नहीं
पुलिस का कहना है कि अयूब के मोबाइल में कुछ नंबर फुलवारी शरीफ और पूर्णिया के साथ साथ बांग्लादेश के लोगों के भी मिले हैं। पुलिस को आशंका है कि इन नकली नोटों के तार कहीं बांग्लादेश से तो जुड़े नहीं हैं। फिलहाल पुलिस उस एंगिल से भी जांच कर रही है।
मामूली प्रिंटर से छप रहे थे 200 और 500 के जाली नोट
पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि ये लोग मामूली कलर प्रिंटर से नक़ली नोट प्रिंट कर रहे थे। उनके पास से 200 और 500 के नोट बरामद हुए। 500 के 1 लाख 77 हजार और 200 के 2600 नकली नोट मिले हैं।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस का कहना है कि यह नोट बिलकुल असली नोट की तरह लग रहे हैं। हालांकि आरोपियों का कहना है कि यह बच्चों के खेलने के लिए छापे जा रहे थे। लेकिन पुलिस उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों से सघन पूछताछ कर रही है। साथ ही फरार हुए आरोपियों को चिह्नित कर उनकी भी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।