भारतीय सेना की दमदार रणनीति और उन्नत असलहों-बारूद के सामने पाकिस्तान का आका मसूद अजहर भी पस्त!
मंगलवार की मध्यरात्रि पाकिस्तान के लिए काल बनकर आई। महज 45 मिनट में तैयार हुआ ऑपरेशन सिंदूर, स्मार्ट एम्युनिशन से लैस होकर, जब कहर बनकर पाकिस्तान के आतंकी गढ़ के 9 ठिकानों पर गिरा, तो जैश-ए-मोहम्मद का किला ढहकर राख हो गया। जैश का मुखिया घुटने टेककर रोता हुआ अपनी मौत की भीख माँगता नजर आया। इस हमले में मसूद अजहर के परिवार के 14 लोगों की मौत हो गई।
इस बात की पुष्टि खुद आतंक का आका मसूद अजहर ने की है। अजहर ने एक बयान जारी कर अपनी मौत की भीख माँगी और साथ ही प्रधानमंत्री मोदी को धमकी भी दी। आतंकी मसूद अजहर ने कहा:
“अल्लाह ताला फरमाते हैं, शहीद जिंदा है, अल्लाह उनके मेहमान हैं। मेरे खानदान के 14 लोगों को एक साथ शहादत नसीब हुई। पाँच तो मासूम बच्चे जन्नतुल फिरदौस के फूल बने। मेरी जान से प्यारी मेरी बड़ी बहन साहिबा और उनके खाविंद भी चले गए। मेरे आलिम-फाजिल भांजे, उनकी पत्नी और मेरी प्यारी आलिम-फाजिला भांजी भी खुदा के पास चली गईं। मोदी ने मासूम बच्चों, बापर्दा महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया है। गम और सदमा इतना बड़ा है जो नाकाबिले बर्दाश्त है। बार-बार दिल में आता है कि मैं भी इन 14 लोगों में शामिल होता, मगर अल्लाह से मुलाकात का वक्त बहुत पक्का है, वह आगे-पीछे नहीं हो सकता। मोदी के इस जुल्म ने सारे रास्ते तोड़ दिए हैं। अब कोई वहाँ नरमी की उम्मीद न रखे। जामा मस्जिद सुभान अल्लाह के बमबारी से शहीद होने वाले गुंबद का कहर दुश्मनों पर ऐसा बरसेगा कि उनकी नस्ल भी इसे याद रखेगी।”
अब आतंकी मसूद अजहर को कैसे समझाया जाए कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है और अल्लाह के पास जाने की उसकी ख्वाहिश कभी भी पूरी हो सकती है। सेना मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार, भारतीय सेना भारत-पाकिस्तान सीमा के हर बिंदु पर 24 घंटे, चारों पहर अलर्ट पर है।
उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना का संयुक्त ऑपरेशन है, जो अभी भी जारी है और हर हमले का भारतीय सेना जबरदस्त जवाब देने के लिए चौकन्नी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रामायण की चौपाई के साथ कहा, “जिन मोहि मारा, तिन्ह मैं मारा,” और भारत की यह नीति आगे भी जारी रहेगी। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर आतंक के खिलाफ न्याय की कार्रवाई है, जिसका विश्व के लगभग सभी देशों ने समर्थन किया है। लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा और सीमा पर लगातार उसकी ओर से सीजफायर का उल्लंघन हो रहा है, जिसका भारतीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर बार-बार भारत को गीदड़ भभकी दे रहे हैं, जबकि उन्हें पता है कि इस बार सिंदूर का बदला सिर्फ खून है और इस बार सिर्फ सर के पार है। ऑपरेशन सिंदूर के महत्वपूर्ण बिंदुओं की बात करें तो इस ऑपरेशन को भारतीय सेना ने अपनी सीमा में रहकर अंजाम दिया है, इसलिए वैश्विक स्तर पर भारत ने किसी भी सीमा संधि नियम का उल्लंघन नहीं किया। भारत ने पाकिस्तान के किसी भी स्थानीय नागरिक, नागरिक स्थल या सैन्य स्थल को निशाना नहीं बनाया। इस ऑपरेशन में भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को जमींदोज किया। लेकिन सबसे बड़ी बात यह रही कि जो पाकिस्तान अब तक आतंकी कनेक्शन से पल्ला झाड़ता रहा, उसी पाकिस्तान की सेना, पुलिस और सरकार के नुमाइंदे आतंकियों के जनाजे में शामिल होते नजर आए। मतलब, आज वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान खुद अपनी ही जाल में फँसा हुआ है और उसके चेहरे पर चढ़ा मुखौटा पूरी तरह उतर गया है।
इस ऑपरेशन की बात करें तो जो पाकिस्तान अब तक युद्ध और हमले को लेकर पूरे विश्व के सामने रोना रो रहा था, उसे तबाही का अंदाजा तब हुआ जब भारतीय वायुसेना और थल सेना ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया और नियंत्रण रेखा को निशाना बनाया। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम देकर करीब 150 आतंकियों को ठिकाने लगाया और जब आराम फरमा रही थी, तब करीब 30 मिनट बाद पाकिस्तान को यह एहसास हुआ कि भारत ने क्या तबाही मचाई है। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने अपने स्मार्ट स्वदेश निर्मित असलहों-बारूद का इस्तेमाल किया। ऑपरेशन सिंदूर के करीब 30 मिनट बाद पाकिस्तान ने सीमा पर अपनी आर्टिलरी से भारत पर जवाबी कार्रवाई की। हालांकि, इस पूरे ऑपरेशन में भारतीय सेना को कोई क्षति नहीं पहुँची, मगर जम्मू-कश्मीर के पुंछ क्षेत्र में सीमा नियमों का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तान द्वारा किए गए इस हमले में करीब 13 स्थानीय नागरिकों की मौत हो गई और करीब 33 घायल हुए।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत स्मार्ट हथियारों का इस्तेमाल किया, जैसे वार्मेट लोइटरिंग ड्रोन और सेल्फ-डिजाइन्ड गोला-बारूद। ये गोला-बारूद टारगेट को लेकर सटीक गाइडेड मिसाइल थे, जो नेविगेशन और जीपीएस से लैस थे, टेरेन कंट्रोल मैपिंग, कैमरा, मैपिंग और लाइव मॉनिटरिंग के लिए उपयुक्त थे। भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किए गए सभी हथियार इनबिल्ट स्मार्ट गोला-बारूद थे, जो लाइव निगरानी और उन्नत सिस्टम से लैस थे। पीएमओ ने इस ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम दिया था और सेना ने इसे महज 45 मिनट में डिजाइन किया था। भारतीय वायुसेना द्वारा सटीक लक्ष्य के साथ यह ऑपरेशन निर्देशित था और इसमें वायु रक्षा, वायु लक्ष्य, एयर रिफ्यूलिंग, और वायु रडार प्रणाली का इस्तेमाल किया गया।
बता दें कि सेना का ऑपरेशन सिंदूर अभी भी अलर्ट पर है और ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति में है। पिछले 48 घंटों से बिना पलक झपकाए भारतीय सेना की तीनों टुकड़ियाँ पाकिस्तान की हर साजिश को नाकाम करने के लिए लंबे समय तक चौकन्नी रहेंगी। इस बात की पुष्टि विदेश मंत्री विक्रम मिस्त्री ने अपने बयान में की है कि अगर पाकिस्तान कोई हिमाकत करता है, तो उसे ऐसा जवाब मिलेगा कि उसकी रूह काँप जाएगी।