वाराणसी, 30 नवंबर 2024, शनिवार। साइबर जालसाजों के शिकार होने से बचने के लिए जागरूक और सतर्क रहना बहुत जरूरी है। आईपीएस/एडीसीपी (क्राइम) श्रुति श्रीवास्तव ने बताया कि साइबर जालसाज ज्यादातर व्हाट्सएप कॉल करते हैं और वर्दी पहने अधिकारी की डीपी का इस्तेमाल करते हैं। वे साइकोलॉजिकल दबाव बनाते हैं और पैसों की मांग करते हैं।
ऐसे मामलों से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए:
गूगल से कस्टमर केयर नंबर न खोजें: साइबर जालसाज अक्सर गूगल पर फर्जी कस्टमर केयर नंबर डालते हैं जो आपको ठगने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
लिंक पर क्लिक न करें: अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से बचें क्योंकि वे आपके डिवाइस में मैलवेयर डाल सकते हैं या आपकी व्यक्तिगत जानकारी चोरी कर सकते हैं।
पैसों का डिजिटल लेनदेन न करें: किसी भी अज्ञात व्यक्ति के साथ पैसों का डिजिटल लेनदेन न करें और न ही अपनी बैंक विवरण या ओटीपी शेयर करें।
सोशल मीडिया पर सतर्क रहें: अपनी सोशल मीडिया आईडी और पासवर्ड मजबूत रखें और फोटो, वीडियो पोस्ट करते समय आईडी प्राइवेसी का ध्यान रखें।
यदि आपको लगता है कि आप साइबर जालसाजी के शिकार हो गए हैं, तो तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं या डायल-112 या 1930 पर कॉल करें।