वाराणसी, 4 अक्टूबर। धर्म, आध्यात्म व सांस्कृतिक नगरी काशी में पिछले दो दिनों से धर्म की आड़ में चल रहे एक बड़े बखेड़े पर ब्रेक लग गया। मंदिरों से साईं की मूर्ति हटाने और उसे जबरदस्ती ढकने का सिलसिला भी थम गया। चौक थाने की पुलिस ने साईं की मूर्ति हटाने का अभियान चलाने वाले सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा को गुरुवार तड़के गिरफ्तार कर लिया। अजय शर्मा को कोर्ट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अजय शर्मा की गिरफ्तारी से पहले हाई वोल्टेज ड्रामा चला। शर्मा को सुबह से शाम तक पुलिस जीप में शहर भर घुमाया गया। पूरे घटनाक्रम को सोशल मीडिया पर लाइव किया गया। थाने से लेकर कचहरी और कचहरी से जिला जेल तक ले जाने के दौरान समर्थक साथ में थे। समर्थकों ने बताया कि दिन भर पुलिस जीप में थाने से चौकी और शहर में घुमाया गया।
14 मंदिरों से साईं प्रतिमा हटवा चुके हैं अजय शर्मा
गौरतलब है कि, सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा की ओर से शहर के मंदिरों से साईं प्रतिमा हटाने के लिए दो साल से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा था। गत दो महीने से अजय शर्मा शहर के 14 मंदिरों से साईं प्रतिमा हटवा चुके थे। इन सबके बीच कमिश्नरेट के अलग-अलग थानों की पुलिस और लोकल इंटेलिजेंस यूनिट मूकदर्शक बनी रही। बुधवार की रात 2.30 बजे के बाद अचानक पुलिस सक्रिय हुई और अजय को हिरासत में लिया गया। इसके बाद अजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने और फिर जिला जेल में दाखिल किए जाने तक लगभग 13 घंटे हाई वोल्टेज ड्रॉमा चला।
शिव भक्त डरेगा नहीं, चलती रहेगी मुहिम
जेल ले जाए जाने के दौरान अजय शर्मा ने पत्रकारों से कहा कि यह मुहिम चलती रहेगी। शिव भक्त डरेगा नहीं… हर हर महादेव। सनातन रक्षक दल के पदाधिकारियों ने बताया कि अजय शर्मा की तैयारी थी कि बृहस्पतिवार की अलसुबह वह दशाश्वमेध क्षेत्र के भूतेश्वर महादेव और तारकेश्वर महादेव मंदिर से साईं प्रतिमा हटवाएंगे। बुधवार की रात दो बजे के बाद अजय शर्मा साईं प्रतिमा हटवाने के लिए मजदूर खोजने निकले थे। उसी दौरान सादे कपड़ों में आए लोग अजय को कार में बैठाकर अपने साथ ले गए। बृहस्पतिवार की दोपहर उन्हें चितईपुर थाने से चौक थाने ले जाया गया। फिर, मेडिकल मुआयना के बाद पुलिस अजय को लेकर पुलिस लाइन गई। वहां से जिला जेल ले जाया गया। शाम लगभग चार बजे अजय को जिला जेल में दाखिल कर दिया गया।
हनुमान मंदिर के पुजारी की तहरीर पर हुआ मुकदमा दर्ज
वाराणसी के चौक थाना अंतर्गत रेशम कटरा निवासी चैतन्य व्यास की तहरीर पर चौक थाने में अजय शर्मा के खिलाफ बृहस्पतिवार की दोपहर 1:37 बजे पहला मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह रेशम कटरा स्थित आनंदमई हनुमान मंदिर के पुजारी हैं। तीन दिन पहले अजय शर्मा मंदिर में आए। उन्होंने मंदिर से साईं प्रतिमा हटाने का दबाव बनाया। संत रघुवर नगर निवासी अभिषेक कुमार की तहरीर पर सिगरा थाने में अजय शर्मा और अन्य अज्ञात के खिलाफ बृहस्पतिवार की शाम 4:16 बजे दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया।
महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव देखकर कार्रवाई की गई है
अजय शर्मा की गिरफ्तारी को लेकर दीवानी कचहरी परिसर में भी गहमागहमी का माहौल रहा। अजय के समर्थन में मौजूद अधिवक्ता उनको कचहरी लाए जाने का इंतजार कर रहे थे। आपसी चर्चा के बीच अधिवक्ताओं का कहना था कि महाराष्ट्र में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। मंदिरों से साईं प्रतिमा हटवाने के अजय के काम का शिरडी स्थित साईं ट्रस्ट ने विरोध किया है। महाराष्ट्र के वोट बैंक पर गलत असर न पड़े। इसलिए आनन-फानन में कार्रवाई की गई है।
अजय पर शहर के सभी थानों में मुकदमा दर्ज कराएंगे
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल से बृहस्पतिवार को साई भक्तों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने पत्रक सौंप कर मंदिरों से साई प्रतिमा हटवाने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग की। सोनारपुरा स्थित साईं बाबा मंदिर के महंत विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि शहर के मंदिरों से साईं प्रतिमा हटवाई जा रही है। ऐसे लोगों पर पुलिस आयुक्त से कार्रवाई की मांग की गई है। गिरफ्तार अजय शर्मा के खिलाफ हम लोग शहर के सभी थानों में मुकदमा दर्ज कराएंगे।
अजय शर्मा की गिरफ्तारी से काशी के संतों में आक्रोश
काशी के मंदिरों से साईं की प्रतिमा हटवाने के मामले में हुई सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी से काशी के संत और महंतों में आक्रोश है। सभी ने इस घटना की निंदा की। संतों का कहना है कि साईं की प्रतिमा को सनातन धर्मियों के मंदिर में स्थापित करना शास्त्र विरुद्ध है। पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास ने कहा कि सनातन धर्म के मंदिरों में साईं का प्रवेश निषेध है। शंकराचार्य और संतों ने बहुत पहले ही इसका विरोध किया था। अगर आपको श्रद्धा है तो उनका मंदिर बनवाकर पूजें। आपको साईं को पूजना है तो पूजिए, इसका कोई विरोध नहीं है। यह गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है और सरकार को बदनाम करने की साजिश है। सतुआ बाबा मठ के महामंडलेश्वर संतोष दास ने कहा कि साईं बाबा की मूर्तियां किसी भी मंदिर में लगाना शास्त्र सम्मत नहीं है। भगवान के समकक्ष किसी की मूर्तियां लगाना सनातन के विपरीत है। जिसकी श्रद्धा है वह अपने घर में पूजा करे।