मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर जिला प्रशासन के सहयोग से बरेली के अलखनाथ मंदिर के पास स्थित तुलसी स्थल पर तीन दिवसीय महर्षि वाल्मीकि रामायण के अखंड पाठ का आयोजन शुरू हो गया है. इस जगह का बेहद गौरवशाली इतिहास रहा है. ये स्थल 6000-7000 वर्षों से ऋषि मुनियों की तपस्थली रही है.500 साल पहले गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने यहां श्रीरामचरितमानस पाठ किया, वाल्मीकि रामायण में भगवान राम के चरित्र सामाजिक एकता और समरसता की प्रेरणा मिलती है जिसे राम राज्य कहा जाता है.