बरेली, 24 मार्च 2025, सोमवार। बरेली के रजऊ परसपुर गांव में सोमवार की दोपहर एक भयानक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। महालक्ष्मी गैस एजेंसी के गोदाम में अचानक सिलेंडर फटने से आग लग गई, जो देखते ही देखते भीषण रूप लेने लगी। यह सब तब शुरू हुआ, जब दोपहर 12:48 बजे गोदाम के पास खड़े एक ट्रक के केबिन में आग की लपटें उठीं। पलक झपकते ही ट्रक में लोड एक सिलेंडर में विस्फोट हो गया, और फिर तो मानो धमाकों का सिलसिला शुरू हो गया। अगले तीन मिनट में करीब 400 सिलेंडर एक-एक कर फटते चले गए। आग की लपटों ने पूरे गोदाम को अपनी चपेट में ले लिया।
धमाके इतने जोरदार थे कि सिलेंडरों के टुकड़े हवा में उड़ते हुए 500 मीटर दूर खेतों में जा गिरे। इन धमाकों की गूंज 3 किलोमीटर तक सुनाई दी, जिससे आसपास के गांवों में हड़कंप मच गया। लोग घरों से बाहर निकल आए और डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। सूचना मिलते ही बिथुरी चैनपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के घरों को खाली करवाया। फायर ब्रिगेड की टीम भी लगभग 45 मिनट बाद घटनास्थल पर पहुंची। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
हादसे की शुरुआत ट्रक के केबिन में शॉर्ट सर्किट से हुई थी। उस वक्त गोदाम पर सिलेंडरों से भरा ट्रक खड़ा था। ट्रक ड्राइवर और गोदाम के चौकीदार दिनेश चंद्र शुक्ला व उनकी पत्नी ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। ड्राइवर ने बताया कि आग की शुरुआत ट्रक में अचानक हुए शॉर्ट सर्किट से हुई थी। चूंकि सोमवार को एजेंसी बंद रहती है, इसलिए वहां ज्यादा लोग मौजूद नहीं थे।
गांव के एक युवक मोहित ने बताया कि वह 600 मीटर दूर था, जब पहला धमाका हुआ। धमाके की आवाज सुनते ही लोग डर से चीखने-चिल्लाने लगे और अपनी जान बचाने के लिए भागे। सिलेंडरों के टुकड़े गांव की ओर उड़कर गिरने लगे, जिससे अफरा-तफरी और बढ़ गई। करीब 20 मिनट तक आग की लपटें और धमाकों का सिलसिला चलता रहा।
एजेंसी के मालिक मनोज मिश्रा ने बताया कि आग बुझाने की कोशिश में गोदाम पर मौजूद अग्निशमन यंत्रों और रेत का इस्तेमाल किया गया, लेकिन आग इतनी तेज थी कि कुछ काम नहीं आया। आग ने गोदाम के कार्यालय को भी अपनी चपेट में ले लिया, जहां रखे कंप्यूटर, दस्तावेज और कैमरे सब जलकर राख हो गए। दो मंजिला गोदाम भी धमाकों की वजह से पूरी तरह तबाह हो गया। हालांकि, गोदाम के अंदर रखे बाकी सिलेंडरों तक आग नहीं पहुंची, वरना नुकसान और भी भयावह हो सकता था।
बरेली के एसपी नॉर्थ मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि ट्रक में 350 से 400 सिलेंडर लोड थे। दोपहर 12 बजे के आसपास शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी और फिर धमाकों ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। पुलिस और फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई से आग पर काबू पाया गया। सुरक्षा के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात है और गोदाम की ओर जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है।
यह हादसा न सिर्फ एक बड़ी त्रासदी बन सकता था, बल्कि यह भी सवाल खड़ा करता है कि ऐसी जगहों पर सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं। गनीमत रही कि समय रहते हालात संभाल लिए गए, वरना परिणाम कुछ और भी हो सकते थे।