वाराणसी। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की हत्या को लेकर 11 दिनों से हड़ताल पर चल रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने आज हड़ताल को खत्म करने का ऐलान कर दिया है। देशभर के अस्पतालों में चली इस हड़ताल से न केवल मरीजों को भारी दिक्कतें हुई हैं बल्कि जिन मरीजों को इन दिनों में इलाज नहीं मिल पाया है, उनकी भारी भीड़ अब आने वाले दिनों में देखने को मिलेगी। सीजेआई ने गुरुवार को डॉक्टरों से हड़ताल वापस लेने और काम पर लौटने की अपील की थी। बता दें, कोलकाता के सरकारी आर जी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और फिर उसकी हत्या के विरोध में देश के कई हिस्सों में कई दिनों से लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और डॉक्टर्स हड़ताल पर थे।
वाराणसी के बीएचयू अस्पताल (सर सुन्दर लाल चिकित्सालय) में 11 दिन चली इस हड़ताल से पूर्वांचल और बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, एमपी के करीब 40 हजार मरीज हलकान हुए। इसमें अकेले गंभीर सर्जरी के 1000 से अधिक मरीज थे। आईएमएस बीएचयू के रेजिडेंट डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म के मामले को उठाते हुए 13 अगस्त से हड़ताल कर दी थी। इस हड़ताल का व्यापक प्रभाव देखने को मिला। सर सुन्दर लाल चिकित्सालय में ओपीडी, वार्ड, जांच केंद्र सहित अन्य जगहों पर कामकाज ठप कर विरोध शुरू किया। जिसके बाद सीनियर डॉक्टर्स ने ओपीडी शुरू की जिसमें 9 दिन में लगभग 36 हजार मरीजों को लौटना पड़ा।
बीएचयू में सर्जरी को लेकर एक-एक महीने की वेटिंग होती है। ऐसे में रेजिडेंट के हड़ताल पर होने से मरीजों को दर-दर भटकना पड़ा और पहले से तय लगभग 1000 से अधिक सर्जरी नहीं हो सकी। इससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मरीज डिपार्टमेंट में भटकते दिखे की कोई उनकी सहायता कर दे पर सीनियर डॉक्टर ने भी हाथ खड़े कर दिए।
इन 11 दिनों की हड़ताल में महज 440 मरीजों को ही एडमिट किया गया। वहीं 672 को डिस्चार्ज भी मिला। हड़ताल की वजह से ओपीडी में दिक्कतें थी। रेजिडेंट ने इमरजेंसी में मदद की बात कही थी पर कुछ दिन में वहां से भी नदारद रहे। इस दौरान ओपीडी में पहले दिन 4019 मरीज देखे गए पर अगले ही दिन यह संख्या घटकर 1500 के आस-पास पहुंच गई। 17 अगस्त को महज 151 मरीज ही ओपीडी में देखे गए। मरीज आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रोफेसर एसएन संखवार ने बताया कि बीएचयू में एक दिन में 6000 मरीज ओपीडी में आते हैं। इनमे 4 हजार नए और 2 हजार पुराने मरीज होते हैं। रेजिडेंट ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है और वो आज से काम पर लौटेंगे।