वाराणसी, 10 दिसंबर 2024, मंगलवार। वाराणसी की यातायात पुलिस ने शहर के 15 स्कूलों को नोटिस दिया है कि वे काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र में बड़ी बसों का संचालन बंद कर दें। बसों से लगने वाले जाम के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। एडीसीपी यातायात की ओर से शहर के प्रतिष्ठित सनबीम ग्रुप के स्कूलों, संत अतुलानंद स्कूल, सेठ एमआर जयपुरिया, डीपीएस समेत 15 स्कूलों को नोटिस भेजा गया है। इसमें उन बसों का नंबर भी भेजा गया है, जो गोदौलिया से चौक मैदागिन होकर आती-जाती हैं।
स्कूलों को 15 दिन का समय दिया गया है ताकि वे बच्चों के आवागमन के लिए नई व्यवस्था लागू कर सकें। इसके बाद 1 जनवरी से परिक्षेत्र में बड़ी बसों का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इसके अलावा, विधिक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। अब स्कूलों को छोटी कैब वैन का संचालन करना होगा, जिससे यातायात व्यवस्था में सुधार हो सके।
वाराणसी में स्कूली बसों पर शिकंजा: 15 स्कूलों को नोटिस, जाम की समस्या का समाधान निकालने का निर्देश!
एडीसीपी यातायात ने काशी की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में स्कूली बसों के संचालन के प्रभाव की समीक्षा की है। उन्होंने पाया कि मैदागिन से गोदौलिया, गिरजाघर होकर गुजरने वाली स्कूली बसें जाम का कारण बन रही हैं। जब ये बसें स्कूली बच्चों को लेकर चलती हैं, तो वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। इसके बाद, इन बसों के नंबर नोट किए गए और स्कूलों का डाटा तैयार किया गया। सोमवार को, एडीसीपी राजेश कुमार पाण्डेय ने 15 स्कूलों को नोटिस जारी किया। इनमें से सबसे ज्यादा बसें सेठ एमआर जयपुरिया स्कूल की हैं, जिनकी संख्या पांच है। डालिम्स सनबीम स्कूल रामकटोरा की चार बसें, सनबीम अन्नपूर्णा की तीन बसें, और संत अतुलानंद स्कूल की दो बसें भी नोटिस में शामिल की गई हैं।
वाराणसी में यातायात की समस्या पर लगाम: स्कूली बसों के लिए नए नियम!
वाराणसी शहर में यातायात की समस्या बढ़ गई है। यहाँ काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए विशिष्ट अतिथियों का आवागमन होता रहता है, जिससे शहर के कई चौराहों पर यातायात का दबाव बढ़ गया है। वाराणसी में रोपवे प्रोजेक्ट के कारण भी यातायात की समस्या बढ़ गई है। शहर के कई इलाकों में स्कूली बसें बड़ी संख्या में चलती हैं, जिससे सड़कों पर जाम की स्थिति बन जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए, यातायात पुलिस ने स्कूलों को नोटिस दिया है कि वे बड़ी बसों के स्थान पर छोटे वाहनों का संचालन करें। इससे यातायात की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी और आम लोगों को सुविधा होगी।