वाराणसी, 22 जून 2025, रविवार: उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित बलिया खाद्यान्न घोटाले में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व बीडीओ दयाराम विश्वकर्मा को वाराणसी के चितईपुर से गिरफ्तार किया है। चंदौली के शाहबगंज का रहने वाला दयाराम 2022 में डीडीओ सुल्तानपुर के पद से रिटायर होने के बाद कर्मजीतपुर, सुंदरपुर में छिपकर रह रहा था। EOW की टीम ने मुखबिर की सूचना पर छापेमारी कर उसे धर दबोचा और पूछताछ के बाद जेल भेज दिया।
2006 से थी तलाश, 30 लाख के गबन का आरोप
बलिया के बांसडीह थाने में 2006 में दर्ज मुकदमे में दयाराम पर धोखाधड़ी और सरकारी खाद्यान्न व धनराशि के 27 लाख रुपये के गबन का आरोप है। EOW निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि घोटाले के आरोपियों की धरपकड़ लगातार जारी है। दयाराम की गिरफ्तारी इसी कड़ी का हिस्सा है।
क्या है बलिया खाद्यान्न घोटाला?
2000 से 2005 के बीच संचालित ‘संपूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना’ के तहत ‘काम के बदले अनाज’ स्कीम में हुए इस घोटाले ने पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा दिया था। EOW के मुताबिक, जालसाजी और कूटरचना के जरिए 30 लाख रुपये से अधिक की राशि का गबन किया गया। इस मामले में अब तक 20 से अधिक लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
6,000 से अधिक नामजद, CBI और EOW की जांच जारी
घोटाले की विशालता का अंदाजा इस बात से लगता है कि बलिया में इसके तहत 51 मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें 6,049 लोग नामजद हैं। इनमें से आठ मामलों की जांच CBI को सौंपी गई है, जबकि बाकी 43 की जिम्मेदारी EOW की वाराणसी इकाई के पास है। EOW की इस कार्रवाई से घोटाले के अन्य फरार आरोपियों में खलबली मच गई है। जांच एजेंसी का कहना है कि जल्द ही बाकी आरोपियों को भी सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।