कोलकाता, 13 दिसंबर 2024, शुक्रवार। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले में दो आरोपियों को जमानत मिलने पर पीड़िता के परिजनों ने गहरा दुख जताया है। जूनियर डॉक्टर के माता-पिता ने सीबीआई जांच को लेकर निराशा व्यक्त की है और कहा है कि दो संदिग्धों को जमानत मिलने से वे दुखी हैं और उन्हें सिस्टम ने निराश किया है।
इस मामले में मृत जूनियर डॉक्टर के लिए न्याय की मांग कर रहे डॉक्टरों ने भी अपनी निराशा व्यक्त की है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा है कि वे मायूस हैं, लेकिन पीछे नहीं हटेंगे। आरजी कर मेडिकल कॉलेज घटना के चार महीने पूरे होने पर जूनियर डॉक्टरों ने पीड़ित जूनियर डॉक्टर को स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की है।
जूनियर डॉक्टर दुष्कर्म और हत्या मामले में बड़ा फैसला: दो आरोपियों को मिली जमानत
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले में सियालदाह कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और ताला पुलिस स्टेशन के पूर्व अधिकारी प्रभारी अभिजीत मंडल को जमानत दे दी है। कोर्ट का कहना है कि सीबीआई 90 दिनों में दोनों के खिलाफ आरोप पत्र दायर नहीं कर सकी, इसलिए जमानत दी गई है। इस फैसले के बाद पीड़िता के परिजनों ने अपनी निराशा व्यक्त की है। पीड़िता की मां ने कहा है कि उन्हें लगा था कि सीबीआई जांच में तेजी लाएगी और जिम्मेदारों को सजा मिलेगी, लेकिन अब आरोपी को जमानत दिए जाने के बाद उन्हें लगता है कि सिस्टम उन्हें निराश कर रहा है।
डॉक्टरों की निराशा : सीबीआई जांच में देरी और आरोपियों को जमानत
जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में आरोपियों को जमानत मिलने पर डॉक्टरों में निराशा है। जूनियर डॉक्टर अनिकेत महतो ने कहा कि सीबीआई जांच में देरी से वे निराश हैं और सिस्टम को फेल मानते हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और न्याय में देरी उन सभी के मुंह पर तमाचा है जो जवाबदेही के लिए लड़ रहे हैं। महतो ने कहा कि वे अपने न्याय के संकल्प के प्रति अडिग हैं और जल्द ही अपनी अगली कार्रवाई की तैयारी करेंगे।