वाराणसी, 29 अक्टूबर 2024, मंगलवार। काशी से गायब हुई मां अन्नपूर्णा की मूर्ति कनाडा से 108 साल बाद वापस आई थी। काशी विश्वनाथ धाम में धनतेरस पर तीसरे साल भी भक्तों ने मां का दर्शन किया। बता दें, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों श्री काशी विश्वनाथ धाम में अन्नपूर्णा का विग्रह स्थापित हुआ था। मान्यता है कि देवाधिपति महादेव ने काशी में मां अन्नपूर्णा से भिक्षा मांगी थी। तब से हर वर्ष धनतेरस पर भक्त मां अन्नपूर्णा से अन्न और धन का प्रसाद लेने आते हैं।
श्री काशी विश्वनाथ धाम के कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि लगभग सौ सालों बाद कनाडा से मां के मूर्ति के आने के पश्चात यह तीसरा वर्ष है, जब भक्तों ने मां अन्नपूर्णा के दर्शन के साथ उनसे विशेष प्रसाद पाया। सीईओ के मुताबिक, श्रद्धालुओं की संख्या के अनुमान से सुगम दर्शन व उनके सुविधा के लिए पूरी व्यवस्था की गई थी। मंदिर के सीईओ विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि मंगला आरती के उपरांत माता अन्नपूर्णा विग्रह पर माँ की आरती के उपरांत श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद स्वरूप खजाना वितरण की शुभ शुरुआत की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे, जिन्होंने माता अन्नपूर्णा के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
धनतेरस का पर्व धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन विशेष रूप से पूजा-अर्चना कर मां लक्ष्मी के स्वागत की तैयारी की जाती है। माता अन्नपूर्णा, जो अन्न और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं, के प्रति श्रद्धा व्यक्त करना इस दिन का विशेष महत्व है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत श्रद्धालुओं को खजाना वितरण किया जा रहा है जो अनवरत अन्नकूट पर्व 2 नवंबर तक समारोह पूर्वक चलेगा, जो कि उनके लिए आशीर्वाद का प्रतीक है। इस पहल का उद्देश्य श्रद्धालुओं को माता की कृपा का अनुभव कराना और धार्मिक आस्था को प्रोत्साहित करना है।