वाराणसी। धर्म-आध्यात्म व पर्यटन की नगरी काशी में अवैध तरीके से जमीन की खरीद-फरोख्त के मामला आए दिन सामने आते रहते हैं। सरकारी जमीनों पर भी कई निजी होटल, रेस्टोरेंट, होम स्टे, रिजॉर्ट चल रहे हैं। जिससे सरकारी राजस्व पर भी चुना लगाया जा रहा है। इन सबके अलावा काशी की गलियों में कई होटल, गेस्ट हाउस, पेइंग हाउस बिना मानक के अनुरूप चल रहे हैं। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद इन पर कार्रवाई शुरु की गई है। वाराणसी में अवैध होटलों पर शिकंजा कसना शुरु हो गया है।
वाराणसी में सोमवार की रात अपर जिलाधिकारी (प्रोटोकॉल) ने काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र और दशाश्वमेध क्षेत्र के होटलों में छापामार कार्रवाई की। टीम ने गोदौलिया से लेकर दशाश्वमेध क्षेत्र के कई होटलों में मानकों की पड़ताल की। गलियों में चल गेस्ट हाउस, पेइंग हाउस में खामियां पाई। टीम ने फायर ब्रिगेड की एनओसी नहीं होने पर सात होटल सील कर दिए, इन होटलों पर मानक पूरे नहीं होने तक ताला डाल दिया। वहीं छोटी खामियों पर पांच होटल संचालकों को चेतावनी दी। पार्किंग और निकास समेत कई इंतजामों के अभाव में चलने वाले होटल और गेस्ट हाउस को नोटिस जारी किया है।
काशी में पर्यटकों के बढ़ने के साथ ही काशी विश्वनाथ परिक्षेत्र और दशाश्वमेध क्षेत्र में होटलों की संख्या बढ़ गई है लेकिन पंजीकरण बिना ही यात्रियों को ठहरा रहे हैं। मानकों की अनदेखी कर अवैध तरीके से होटलों व गेस्ट हाउस संचालन की सूचना पर सोमवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने छापेमारी की। एडीएम प्रोटोकॉल के साथ आठ विभागों की संयुक्त टीम ने गोदौलिया, दशाश्वमेध इलाके में होटल खंगाले। प्रशासनिक टीम गोदौलिया-दशाश्वमेध इलाके में जबरदस्त तरीके से चेकिंग अभियान में बिना लाइसेंस व बिना विकास प्राधिकरण की अनुमति के चल रहे कई होटलों के खिलाफ कार्यवाही की। अधिकारियों ने होटलों में पहुंच कर उनके कमरों आदि की जांच पड़ताल की। रजिस्ट्रेशन, एनओसी, निकास, फायर एक्सटिंगुइशर समेत गेस्ट रजिस्टर आदि की जांच की।
अपर जिलाधिकारी ने प्रभारी निरीक्षक दशाश्वमेध को उक्त होटलों पर दरोगा के माध्यम से निगरानी रखने तथा विकास प्राधिकरण को विविध कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया। इन सभी होटलों को नोटिस देकर चेतावनी दी कि यदि उनके द्वारा 3 सितम्बर से कोई बुकिंग की गई तो कड़ी दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी। एडीएम के साथ अपर नगर मजिस्ट्रेट (द्वितीय), प्रभारी निरीक्षक दशाश्वमेध, जोनल अधिकारी वीडीए, अग्निशमन सुरक्षा अधिकारी, पर्यटन अधिकारी, नगर निगम और पुलिस टीम की कार्रवाई देखकर होटल संचालकों में हड़कंप की स्थिति रही।
एडीएम प्रोटोकॉल ने बताया कि लक्ष्मणपुरा, दशाश्वमेध स्थित होटल रूद्राक्ष विला और होटल गार्डेन, जंगमबाड़ी रोड पर होटल अगस्तो इन, गोदौलिया पर होटल नमस्ते बनारस में टीम ने दस्तावेज जांचे। इनके पास अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं मिला। इसके बाद सभी होटलों को तत्काल प्रभाव से बन्द करा दिया गया। एडीएम ने निर्देशित किया कि जब तक अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र न प्राप्त कर लिया जाये तब तक होटल का संचालन नहीं किया जायेगा।
इसके बाद टीम ने गोदौलिया के होटल मंगल मारूति, होटल द बनारस, होटल एमके ग्रांड बिना पंजीकरण के संचालित मिले। इस भवन में संचालन के लिए किसी भी विभाग की अनुमति नहीं मिली। उनके पास अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र भी नहीं मिला। प्रशासनिक टीम गोदौलिया-दशाश्वमेध इलाके में चेकिंग अभियान में बिना लाइसेंस और बिना विकास प्राधिकरण की अनुमति के चल रहे कई होटलों में पहुंचकर कमरों आदि की जांच पड़ताल की। एडीएम ने इन सभी होटलों को तत्काल प्रभाव से ताला लगवा दिया। उस होटल के प्रबन्धक को निर्देशित किया गया कि वे अगली सभी बुकिंग को कैंसिल कर दें। बिना सराय एक्ट में पंजीकरण तथा अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किये बिना होटल का संचालन न करें, अन्यथा कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।